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लालू यादव के बाद सीएम नीतीश कुमार भी पहुंचे दिल्ली, जानिए बिहार में क्यों बढ़ा है सियासी तापमान..

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे हैं. एक दिन पहले राजद सुप्रीमो लालू यादव भी दिल्ली पहुंचे हैं. महागठबंधन के दोनों प्रमुख नेताओं के दिल्ली दौरे को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. बिहार का सियासी पारा जानिए क्यों चढ़ा हुआ है..

Bihar Political News: बिहार का सियासी पारा इन दिनों बढ़ा हुआ है. जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद प्रदेश में आरक्षण का दायरा अब 60 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया है. सूबे में आरक्षण का नया दायरा अब लागू कर दिया गया है. इस बीच अब सूबे की सरकार ने केंद्र सरकार से एकबार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग तेज कर दी है. जिसे लेकर सियासी घमासान छिड‍़ा हुआ है. इस बीच अब राजद सुप्रीमो लालू यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे हैं जिसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. लालू यादव बुधवार को ही दिल्ली के लिए पटना से रवाना हुए जबकि सीएम नीतीश कुमार गुरुवार को दिल्ली पहुंचे हैं.

लालू यादव व नीतीश कुमार अलग-अलग पहुंचे दिल्ली

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को दिल्ली पहुंचे. उनके इस यात्रा को जदयू ने निजी बताया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूटिन चेकअप के लिए नीतीश कुमार दिल्ली गए हैं. बता दें कि स्वास्थ्य कारणों से चेकअप के लिए मुख्यमंत्री पहले भी दिल्ली जाते रहे हैं. हालांकि इन दिनों बिहार का सियासी पारा कुछ मुद्दों को लेकर गरमाया हुआ है और इस बीच मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे को लेकर तरह-तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं. लेकिन जदयू की ओर से बताया गया कि इस दौरे की कोई राजनीतिक वजह नहीं है. बता दें कि एक दिन पहले यानी बुधवार को राजद प्रमुख लालू यादव भी दिल्ली रवाना हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजद सुप्रीमो के इस दौरे को लेकर बताया जा रहा है कि किसी निजी कार्यक्रम में शरीक होने दिल्ली गए हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले लालू यादव कोलकाता गए थे जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रिश्तेदार की शादी समारोह में वो शरीक हुए थे.

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बिहार में सियासी घमासान तेज

बता दें कि बिहार में इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ. आरक्षण का दायरा अब सरकार ने 60 से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया. वहीं अब राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से मांग की है कि नयी आरक्षण नीति को संविधान की नौंवी अनुसूचि में सरकार शामिल करे. जबकि दूसरी ओर बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग भी अब एकबार फिर से तेज कर दी गयी है. बिहार में सत्ताधारी दलों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को इसपर घेरना शुरू कर दिया है. वहीं दूसरी ओर अन्य राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आने के बाद इंडिया गठबंधन में भी हलचल तेज होने के आसार हैं.

नीतीश कुमार को लेकर मंत्री का बयान

सीएम नीतीश कुमार को लेकर परिवहन मंत्री शीला मंडल ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री मन की बात नहीं सिर्फ काम की बात करते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बदौलत आज पूरे देश में जातीय गणना की चर्चा हो रही है. उन्होंने जातीय गणना के कार्य को पूरा करवाने के साथ-साथ आरक्षण की सीमा को बढ़ाने का भी ऐतिहासिक काम किया है. मंत्री शीला मंडल ने यह बातें गुरुवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से कहीं. वहीं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नवमनोनीत प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशरफ हुसैन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में अल्पसंख्यकों को उनका अधिकार दिया है. प्रदेश में अमन-चैन और सामाजिक सौहार्द को कायम रखने में भी सफल हुए हैं. डॉ हुसैन गुरुवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. डाॅ अशरफ हुसैन ने कहा कि भागलपुर में दंगे हुए अल्पसंख्यक समुदाय को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कमेटी बनाकर न्याय देने का काम किया. अल्पसंख्यक समुदाय की तलाकशुदा महिलाओं की सहायता राशि को दस हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपये किया. टोला सेवक एवं तालिमी मरकज के मानदेय को दोगुना किया. सात हजार से अधिक कब्रिस्तान की घेराबंदी की. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के लिए हर स्तर पर काम किया है.

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