राजगीर राजकीय मलमास मेला 2023 की तैयारियां जोरों पर हैं. प्रशासन से लेकर विभिन्न व्यापारी अपनी अस्थायी दुकान धीरे-धीरे राजगीर में लगाने लगे हैं. मलमास मेला में आये दर्शकों के लिए नि:शुल्क मनोरंजन की व्यवस्था करने के उद्देश्य से स्थानीय कलाकारों की कला प्रस्तुत करने के लिए मंचन की जाएगी. इसमें तरह-तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे.
मलमास मेले के 28 दिनों में से नौ दिन कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के सौजन्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे. शेष 19 तिथियों पर जिला प्रशासन के माध्यम से विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी और नालंदा जिला के स्थानीय कलाकारों के द्वारा उसी मंच पर प्रस्तुतियां दी जायेंगी. इन प्रस्तुतियों के चयन के लिए मंगलवार को नगर भवन में कई सरकारी विद्यालयों के बच्चों द्वारा ऑडिशन दिया गया और उनकी स्क्रीनिंग की गई.
पूर्व में 12 जुलाई को निजी विद्यालयों महाविद्यालयों एवं स्थानीय कलाकारों की स्क्रीनिंग की जानी थी, किंतु अपरिहार्य कारणवश वह तिथि अब 14 जुलाई निर्धारित की गई है. सभी संबंधित निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों और स्थानीय कलाकारों से जिला प्रशासन द्वारा अनुरोध किया गया है कि वे नगर भवन में जिसको कर्पूरी भवन या टाउन हॉल भी कहते हैं. दिनांक 14 जुलाई 2023 को 10:00 बजे उपस्थित होकर स्क्रीनिंग में भाग लें. जिससे कि मलमास मेला में आए श्रद्धालुओं और भक्तगणों को समुचित मनोरंजन उपलब्ध कराई जा सकें.
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इधर, बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने मलमास मेला के लिए चार चिकित्सा पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सिविल सर्जन नालंदा के अधीन कर दी है. विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार हृदय रोग विशेषज्ञ डा दिनेश कुमार, डा रामप्रवेश चौधरी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा स्नेह प्रिया और डा सुषमा कुमारी को सिविल सर्जन कार्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया है. ये सभी चिकित्सक एक माह तक चलने वाले मलमास मेला में मरीजों का इलाज करेंगे.