तमिलनाडु प्रकरण में गिरफ्तार यूट्यूबर मनीष कश्यप को मदद करने वालों की मुसीबत भी बढ़ने लगी है. ईओयू ने पहले मनीष कश्यप के सहयोगी नागेश को ईओयू ने उठाया और अब मनीष के करीबी मित्र मणि द्विवेदी को गिरफ्तार किया है. मनीष कश्यप के सहयोगी मणि द्विवेदी की तलाश में ईओयू कल से ही लगी थी. मणि द्विवेदी के पटना स्थित ठिकाने पर छापेमारी भी की गयी. वहीं फ्लैट से कई साक्ष्य भी इओयू को मिलने की बात सामने आ रही है.
मणि द्विवेदी, मनीष कश्यप के यूट्यूब चैनल सचतक का डायरेक्टर है. मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद से ही वह लगातार फरार चल रहा था. इओयू की विशेष टीम ने पटना के महेश नगर रोड नंबर शून्य स्थित मणि द्विवेदी के फ्लैट में जांच की. सूत्रों की मानें तो पटना में मनीष कश्यप इसी फ्लैट में आकर रूकता था. वहीं छापेमारी के दौरान इओयू को कई साक्ष्य मिले हैं. बताते चलें कि मनीष कश्यप के मोबाइल व अन्य डिजिटल उपकरणों की तलाश की जा रही है जिसकी जानकारी वो नहीं दे रहा है.
शनिवार को बिहार से बाहर दिल्ली, नोएडा में भी छापेमारी की बात सामने आई थी. वहीं इससे पहले इओयू ने मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद मोर्चा खोलने वाले मनीष के पुराने मित्र नागेश को गिरफ्तार किया था. इस तरह मनीष के करीबियों की मुश्किलें भी अब बढ़ती जा रही है. उधर जानकारी के अनुसार, मनीष कश्यप की परेशानी कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है. मनीष के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया गया है.