बिहार के मुजफ्फरपुर में फिर एक झोला छाप डॉक्टर की करतूत देखने को मिली है. बताया जा रहा है कि मामला सकरा प्रखंड के एक निजी नर्सिंग होम का है. मामला सकरा वाजिद गांव निवासी कैलाश महतो के साथ हुआ है. सकरा थाना गुमटी के निकट एक एमबीबीएस चिकित्सक ने अपने निजी नर्सिंग होम में हर्निया के ऑपरेशन के दौरान 48 वर्षीय कैलाश महतो की आंत में टांका लगा दिया. जब पेट फूलने लगा तो दोबारा ऑपरेशन करने की बात कह दोनों हाइड्रोशील ही काट कर निकाल दिया. मामला सामने आने पर चिकित्सक क्लिनिक बंद कर फरार है. उसके बाद पीड़ित की स्थिति गंभीर है.
पीड़ित कैलाश महतो ने बताया कि हर्निया की बीमारी से पीड़ित था. उसने अपना इलाज एसकेएमसीएच में कराया था. चिकित्सक ने ऑपरेशन की सलाह दी थी. उसके बाद एक महिला कम खर्च में ऑपरेशन कराने का लालच देकर उसे थाना गुमटी चौक के निकट एक एमबीबीएस चिकित्सक के निजी नर्सिंग होम में ले गयी. चिकित्सक ने उससे 20 हजार रुपये जमा कराया. उसके बाद 10 अप्रैल को चिकित्सक ने उसके हर्निया का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के दौरान चिकित्सक ने उसकी आंत में टांका दे दिया. जिससे उसका पेट फुल गया. उसके बाद स्थिति खराब होने पर चिकित्सक के नर्सिंग होम पर गया तो चिकित्सक ने दोबारा ऑपरेशन कर उसका दोनों हाइड्रोशील काट कर निकाल दिया. पीड़ित को ठीक होने की बात बताकर चिकित्सक नर्सिंग होम बंद कर फरार हो गया है.
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मरीज की स्थिति लगातार बिगड़ने पर परिजन ने उन्हें मुजफ्फरपुर के एक दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया हैं. चिकित्सक ने उसकी आंत में टांका लगने की बात बताकर उसका पुनः ऑपरेशन किया है. अब तक पीड़ित तीन लाख रुपये कर्ज लेकर खर्च कर चुका है. हालांकि पीड़ित ने अभी तक थाने में शिकायत नहीं दर्ज करायी है.
दिसंबर माह में समस्तीपुर जिले के भागवतपुर मुसरीघरारी की रहने वाली एक महिला का बरियारपुर ओपी इलाके के एक नर्सिंग होम में बच्चेदानी (यूट्रस) के ऑपरेशन के दौरान पेशाब के रास्ते का नस काटा डाला गया था.उसकी मां देवंती देवी ने बरियारपुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हालांकि बाद में संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.