बिहार का ऐतिहासिक शहर राजगीर सैलानियों के सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है. इस जगह को कुदरत ने इतनी खूबसूरती दी है कि यह छोटी सी जगह मौज मस्ती और सैर सपाटे के लिए देश-विदेश में मशहूर हो गयी है. यही वजह है कि लोग यहां रोमांच और पर्यटन के साथ ही तीर्थाटन करने के लिए भी आते हैं. यह अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए आदि काल से विख्यात है. पंच पहाड़ियां और नदियां यहां की खूबसूरती को बेमिसाल बनाती हैं. प्राकृतिक संपदा से भरपूर यहां की धरती पर्यटकों को काफी आकर्षित करती है. यहां बौद्ध धर्मावलंबियों को भगवान बुद्ध और जैन धर्मावलंबियों को तीर्थकर महावीर की पग ध्वनि सुनाई देती है. तो आइए जानते हैं इस शहर में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है…
बिहार का पहले व भारत का दूसरे ग्लास ब्रिज राजगीर में स्थित है. पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध इस ब्रिज पर चलने के बाद एक बेहद ही अद्भुत व सुखद अनुभव होगा. इस ग्लास ब्रिज से हर तरफ प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है. इस हरे भरे व सुंदर वातावरण में इस ग्लास ब्रिज पर चलना लोगों में रोमांच भर देता है. राजगीर की यात्रा इस पुल के बिना अधूरी मानी जाती है. हर दिन सैंकड़ों पर्यटक इस पुल पर चलने का एण्ड उठाते हैं.
वाइल्ड्लाइफ सफारी : वन्य जीवों के प्रेमियों के लिए भी राजगीर एक बहुत अच्छा डेस्टिनेशन है. यहां की वाइल्ड्लाइफ सफारी में आपको कई जानवर व पक्षी देखने को मिलेंगे. यहां कई ऐसे पक्षी भी दिखेंगे जो लगभग दुनिया में न के बराबर बचे हैं. यहां सफारी में आप बाघ, तेंदुआ, हिरण, भालू, बायसन, शेर, चीता और लकड़बग्घा जैसे जानवर देख सकेंगे.
नेचर सफारी : रोमांच के दीवानों के लिए भी राजगीर में करने के लिए काफी कुछ है. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती के बीच कई ऐसे स्थान हैं जहन्न कई रोमांचक गतिविधियों को लुत्फ ले सकते हैं. राजगीर में आपको जिपलाइन, रेसलिंग, रॉक क्लाइंबिंग, स्काई साइकलिंग, आर्चरी रिंग, और सस्पेंशन ब्रिज जैसी कई एडवेंचर एक्टिविटी करने को मिल जाती है.
विश्व शांति स्तूप : राजगीर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है “विश्व शांति स्तूप”. यह स्तूप भगवान बुद्ध के शांति और विश्वसंघ के प्रतीक के रूप में जाना जाता है. इसका निर्माण भारत-जापान के मित्रता के अवसर पर हुआ था और इसकी ऊंचाई से आपको पूरा राजगीर का खूबसूरत दृश्य मिलता है.
पांच पहाड़ियां : मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर पांच पहाड़ियों से घिरी हुई है. यह पांच पहाड़ हैं, विपुलगिरि, रत्नागिरी, उदयगिरि, स्वर्णगिरि और वैभारगिरि. यह पहाड़ियां राजगीर आने वाले पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है. पांच चट्टानी पहाड़ियों से गिरे राजगीर का जिक्र महाभारत और रामायण में भी है.
रोप-वे : अगर आपको ऊंचाई से हरी-भरी वादियों के साथ ही पहाड़ देखने का शौक है तो राजगीर के रोपवे पर अपको एक बार जरूर जाना चाहिए. इस रोपवे से आप राजगीर के विश्व शांति स्तूप तक पहुंच सकते हैं साथ ही रास्ते में मनमोहक नजारे का लुत्फ ले सकते हैं. यहां दो रोपवे हैं एक पुराना है और एक नया
ब्रह्म कुंड : वैसे तो राजगीर में कई कुंड हैं. पर ब्रह्म कुंड इनमें से सबसे अधिक प्रसिद्ध है. यह एक ऐसा कुंड है, जहां पर स्नान करना पवित्र माना जाता है. इस ब्रह्म कुंड का पानी पूरे साल गर्म रहता है, चाहे वो ठंडी का मौसम हो या गर्मी का. इस कुंड में पहाड़ों से होते हुए पानी आता है. अगर आप भी राजगीर जा रहे हैं तो यहाँ जा कर जरूर स्नान करें.
घोरा कटोरा झील : राजगीर में स्थित घोरा कटोरा झील पर्यटकों द्वारा खूब पसंद किया जाता है. इसके बारे में बताया जाता है कि पौराणिक समय में राजगीर के राजाओं के घोड़े पानी पीने के लिए यहीं आया करते थे. यह झील तकरीबन तीन तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है. इस झील के बीच में भगवान गौतम बुद्ध की एक 70 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित की गई है.
राजगीर जाने के लिए ट्रेन एक बहुत ही अच्छा विकल्प है. यहां मौजूद राजगीर रेलवे स्टेशन से भारत के कई शहरों के लिए ट्रेन का परिचालन होता है. जिससे आप आसानी से ट्रेन द्वारा अपनी राजगीर यात्रा कर सकते हैं.
अगर आप हवाई जहाज द्वारा राजगीर जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी क्योंकि राजगीर में कोई भी हवाई अड्डा नहीं है. लेकिन राजगीर जाने के लिए गया और पटना दोनों जगहों के हवाई अड्डे को इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, राजगीर से सबसे नजदीक पटना स्थित जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डा है. यह हवाई अड्डा राजगीर से लगभग 98 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां से आप टैक्सी से सफर कर राजगीर जा सकते हैं.