फिल्म अभिनेत्री तापसी पन्नू काे अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने 36 हजार रुपये का बिजली बिल थमा दिया है. हालांकि कंपनी ने कुछ रियायत भी की है और उन्हें कुछ डिस्काउंट देते हुए 35 हजार 890 रुपये चार्ज किये हैं. बॉलीवुड अभिनेत्री ने ट्विटर पर अपना गुस्सा निकाला, ताे बिजली कंपनी ने अब अपना पक्ष रखा है.
बता दें कि तापसी पन्नू ने पिछले दिनाें बिजली बिल का स्क्रीनशॉट शेयर किया. अभिनेत्री ने अपने ट्विटर हैंडल पर तीन महीने के बिजली बिल की स्क्रीनशॉट शेयर किया है. इसमें जून 2020 के लिए कुल अमाउंट 36000 रुपये चार्ज किया गया है. वहीं अप्रैल 2020 का बिजली बिल 4390 रुपये है. मई 2020 का बिजली बिल 3850 रुपये आया है.
तापसी ने एक और ट्वीट किया है इसमें उन्होंने अपने उस फ्लैट के बिजली बिल का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें कोई नहीं रहता और वह खाली है. इसमें मार्च महीने के लिए 570 रुपये का बिजली बिल आया था. वहीं, अप्रैल में 750 का बिजली बिल चार्ज किया गया था. जबकि मई में 8,640 का बिजली बिल आया है.
अपने पहले ट्वीट में अभिनेत्री ने लिखा कि ‘लॉकडाउन को तीन महीने ही हुए हैं, और मुझे हैरानी है कि पिछले एक महीन में मैंने ऐसे कौन से नये उपकरण का इस्तेमाल किया है या मैं खरीदकर लाई हूं जो मेरा बिजली का बिल इतना बढ़ा हुआ आया है. इसके साथ ही तापसी ने अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई को टैग करते हुए पूछा कि आप किस तरह से हमसे बिजली का बिल चार्ज कर रहे हैं?
दूसरे ट्वीट में तापसी ने लिखा है कि यह बिल उस अपार्टमेंट का है जहां कोई नहीं रहता है और यहां सिर्फ साफ-सफाई के लिए कोई हफ्ते में एक बार जाता है. अडानी इलेक्ट्रिसिटी, मुझे अब चिंता हो रही है कि क्या कोई हमारी जानकारी के बिना अपार्टमेंट का इस्तेमाल कर रहा है और आपने वास्तविकता को उजागर करने में हमारी मदद की है.
तापसी के तंज भरे इस ट्वीट के जवाब में अडानी इलेक्ट्रिसिटी की ओर से उन्हें एक लिंक भेजा गया और उसपर शिकायत दर्ज कराने को कहा गया. अदाकारा ने जब लिंक को खोलने का प्रयास किया तो उन्हें परमिशन नहीं मिला. इसपर अभिनेत्री ने लिखा कि काफी तेजी से रिस्पॉन्स आया मगर परमिशन नहीं मिली! मतलब यह बेइज्जती करने जैसा लिंक है.
कंपनी का पक्ष
एईएमएल (Adani Electricity Mumbai Limited) के एक प्रवक्ता ने इस पूरे मामले पर कहा- हमने फिजिकल मीटर रीडिंग फिर से शुरू कर दी है, जिसे मार्च महीने से कुछ समय के लिए कोविड-19 के कारण रोक दिया गया था. पिछले तीन महीनों- दिसंबर, जनवरी और फरवरी जो ठंड के महीने थे, के बिल औसत आधार पर तैयार किये गए थे और ये काफी कम थे. गर्मी के कारण अप्रैल, मई और जून में इसकी अपेक्षा खपत और उपयोगिता (लॉकडाउन/वर्क फ्रॉम होम के कारण) ज्यादा रही है. अब ग्राहकों को उचित टैरिफ स्लैब लाभ के साथ उनके वास्तविक खपत के आधार पर बिल मिलना शुरू हो जाएंगे. एमईआरसी (MERC, Maharashtra Electricity Regulatory Commission) के दिशानिर्देशों के अनुसार, पिछली अवधि के लिए बिल की राशि का हिसाब किया जाएगा.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.