ओम रावत की आदिपुरुष जब से सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, तबसे इसके डायलॉग्स से लेकर राम, सीता, हनुमान और रावण के कपड़ों तक का मजाक उड़ाया जा रहा है. फैंस फिल्म को बैन तक करने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि कुछ सीन्स ऐसे हैं, जो भारतीय संस्कृति को चोट पहुंचाने जैसा है. अब मनोज मुंतशिर, जिन्होंने फिल्म के डायलॉग्स और गाने लिखे हैं, उन्होंने ‘बजरंग बली के संवाद’ का बचाव किया.
आदिपुरुष फिल्म में जिस डायलॉग की सबसे ज्यादा आलोचना हुई, उसमें यह था कि था जब बजरंग के रूप में देवदत्त नागे ने कहा, “कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरी बाप की.” ओम राउत द्वारा निर्देशित, फिल्म में राघव के रूप में प्रभास, जानकी के रूप में कृति सेनन और लंकेश के रूप में सैफ अली खान थे. एक नए इंटरव्यू में, मनोज मुंतशिर से पूछा गया कि क्या उन्होंने जानबूझकर लाइनों को ओवरसिम्प्लीफाई करने की कोशिश की. जिसपर उन्होंने जवाब दिया, ‘हां’.
रिपब्लिक वर्ल्ड के साथ एक इंटरव्यू में, मनोज ने कहा, “यह कोई एरर नहीं है. बजरंग बली और सभी किरदारों के लिए डाय़लॉग लिखने में बहुत ही सावधानीपूर्वक विचार प्रक्रिया है. हमने इसे सरल इसलिए किया है, क्योंकि हमें एक बात समझनी होगी कि अगर किसी फिल्म में कई किरदार हैं, तो सभी एक ही भाषा नहीं बोल सकते. एक तरह का डायवर्जन, एक तरह का डिविजन होना चाहिए.” उन्होंने यह भी कहा, “हमारे यहां जब दादियां, नानियां रामायण की कथा सुनती थी, वो इसी भाषा में सुनती थी. ये डायलॉग जिनका आपने जिक्र किया, ये इस देश के संत, बड़े बड़े कथा वाचक ऐसी ही बोलते हैं, जैसे मैंने लिखा है. जैसा मैंने लिखा है. मैं यह डायलॉग लिखने वाला पहला व्यक्ति नहीं हूं, यह पहले से ही है.”
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फिल्म देखने के लिए फैंस हाई इमोशंस लेकर सिनेमाघरों में गए थे. कई लोगों को फिल्म काफी ज्यादा पसंद आई, तो कई ने सभी डायलॉग्स देखकर इसे छपरी स्टाइल वाला कहा. मूवी के वीएफएक्स की जमकर आलोचना हुई. आदिपुरुष, टी-सीरीज़ द्वारा निर्मित, पूरे देश में हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और तमिल में रिलीज़ हुई. फिल्म की टीम के अनुसार, आदिपुरुष ने अपनी रिलीज़ के पहले दिन वर्ल्डवाइड कलेक्शन के तौर पर 140 करोड़ कमाए.