अभिनेत्री तापसी पन्नू इनदिनों अपनी फिल्म “शाबाश मिठू” को लेकर चर्चा में हैं. उन्होंने इस बायोपिक में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज की भूमिका निभाई है. एक्ट्रेस ने कहा कि ये उनकी अब तक की सबसे कठिन भूमिकाओं में से एक है. अब तक की सबसे महान महिला क्रिकेटरों में से एक के रूप में भारतीय बल्लेबाज मिताली राज ने देश में उस खेल को फिर से परिभाषित किया, जिसे आमतौर पर “जेंटलमैन गेम” कहा जाता है.
“पिंक”, “नाम शबाना”, “मुल्क” और “थप्पड़” जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुकीं तापसी पन्नू ने कहा “हमारे देश में दो धर्म हैं- क्रिकेट और फिल्म. अगर आप खुद को क्रिकेट प्रेमी कहते हैं तो आपको महिला क्रिकेट से भी उतना ही प्यार करना चाहिए. आप सिर्फ पुरुषों के क्रिकेट के प्रेमी नहीं हैं. क्रिकेट मायने रखता है न कि लिंग.”
अभिनेत्री ने कहा, “उसी तरह कलाकार का लिंग मायने नहीं रखता. यह इस बारे में होना चाहिए कि फिल्म कैसी है. यदि फिल्म किसी पुरुष नायक के बारे में है तो आप फिल्म की पहले से ही बुकिंग कर लेते हैं, लेकिन एक महिला नायिका की फिल्म के लिए समीक्षाओं की प्रतीक्षा की जाती है.” तापसी पन्नू ने कहा कि वह “शर्मिंदगी” महसूस करती हैं, क्योंकि वह पूर्व भारतीय कप्तान, उनकी यात्रा और उपलब्धियों से तब तक अनजान थीं, जब तक कि मिताली राज ने क्रिकेट में उनके पुरुष समकक्षों के साथ तुलना को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त नहीं की.
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उल्लेखनीय है कि 2017 आईसीसी महिला विश्व कप की पूर्व संध्या पर मिताली राज से पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान टीम के बीच उनका पसंदीदा पुरुष क्रिकेटर कौन है. इस पर उन्होंने तीखा जवाब देते हुए पूछा था, “क्या आप किसी पुरुष क्रिकेटर से पूछते हैं कि उनकी पसंदीदा महिला खिलाड़ी कौन है?” अभिनेत्री ने कहा, ”मैं इस प्रश्न का उत्तर दस वर्षों से अधिक समय से दे रही हूं कि आपका पसंदीदा पुरुष सितारा कौन है? आप किसके साथ काम करना चाहती हैं?” उन्होंने कहा “मैं शायद ही पुरुष सितारों को (उसी) सवाल का जवाब देते हुए देखती हूं.” अनुभवी अभिनेता विजय राज अभिनीत “शाबाश मिठू” 15 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.