Air India Disinvestment: सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) के टाटा समूह (Tata Group) को हस्तांतरण के तुरंत बाद टाटा संस (Tata Sons) के चेयरमैन ने एक बयान दिया. उन्होंने कहा- टाटा परिवार में एयर इंडिया का स्वागत है. टाटा संस के चेयरमैन ने एयर इंडिया के कर्मचारियों के नाम एक चिट्ठी लिखी. इसमें उन्होंने कहा कि एयर इंडिया की घरवापसी हुई है.
एन चंद्रशेखरन (Tata Sons Chairman N Chandrashekharan) ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि जिस दिन यह घोषणा हुई कि एयर इंडिया को टाटा खरीदेगा, उसी दिन से लोगों के बीच इस विमानन कंपनी की घरवापसी की बात होने लगी. उन्होंने आगे लिखा- मैं एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों का हमारे समूह में पूरी गर्मजोशी से स्वागत करता हूं. मैं आप सबके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं. एयर इंडिया का टाटा परिवार में स्वागत करते हुए हमें गर्व की अनुभूति हो रही है. उन्होंने दिसंबर 1986 में एयर इंडिया की अपनी पहली यात्रा के अनुभव का भी चंद्रशेखरन ने जिक्र किया है.
टाटा संस के चेयरमैन ने एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों को चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने बताया है कि एयर इंडिया के हस्तांतरण का काम गुरुवार (27 जनवरी 2022) को पूरा हो गया. अब एयर इंडिया टाटा समूह का हो चुका है. श्री चंद्रशेखरन ने कहा कि आज एक नये अध्याय की शुरुआत हो रही है. पूरे देश की नजर हम पर है कि हम किस तरह से आगे बढ़ते हैं और लोगों की जरूरतों को कैसे पूरा करते हैं.
Also Read: एयर इंडिया से जुड़ा फैसला हमारी प्रतिबद्धता और गंभीरता को दिखाता है : पीएम नरेंद्र मोदी
ज्ञात हो कि टाटा समूह ने बृहस्पतिवार को सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया का मालिकाना हक हासिल कर लिया. इस विमानन कंपनी का करीब 69 साल पहले सरकार ने अधिग्रहण किया था. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि एयर इंडिया को वापस पाकर समूह उत्साहित है और इसे वर्ल्ड क्लास एविएशन कंपनी बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
एयर इंडिया का प्रबंधन अब टैलेस है के हाथों में है. टैलेस टाटा समूह की कंपनी है. टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड ने 8 अक्टूबर, 2021 को कर्ज में डूबी एयर इंडिया के अधिग्रहण की बोली 18,000 करोड़ रुपये में जीत ली थी.
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अवसर पर कहा कि एयर इंडिया नये स्वामित्व के अंतर्गत तेजी से आगे बढ़ेगी. एयरलाइन भारत में एक सफल तथा मजबूत विमानन क्षेत्र का मार्ग प्रशस्त करेगी. एयरलाइन को टाटा संस को सौंपे जाने के बाद सिंधिया ने ट्विटर पर लिखा, ‘वास्तव में यह महत्वपूर्ण है कि एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से सफलतापूर्वक निष्कर्ष पर लाया गया है.’
टाटा समूह ने 1932 में एयर इंडिया की शुरुआत की थी. हालांकि, देश को आजादी मिलने के 6 वर्ष बाद 1953 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने विमानन कंपनी का राष्ट्रीयकरण कर दिया था. टाटा समूह ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमानन क्षेत्र को सस्ता बनाने और नागरिकों के लिए ‘रहन-सहन को सुगम’ बनाने में योगदान सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से सहमत हैं.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.