Bank Strike News : सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण की कोशिश के खिलाफ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब नौ लाख कर्मचारी 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे. बैंककर्मियों के दो दिवसीय हड़ताल की वजह से आम आदमी को बहुत परेशानी होने वाली है.
बैंक हड़ताल का आयोजन करने वाले यूनियन के नेताओं ने कहा है कि सरकार द्वारा दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के प्रयास के खिलाफ यह हड़ताल किया जा रहा है. पीटीआई न्यूज एजेंसी के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक सहित अन्य सभी बैंकों ने अपने ग्राहकों को यह बताया दिया है कि हड़ताल की वजह से बैंकिंग सेवा प्रभावित होगी. खास कर चेक क्लियरेंस और फंड ट्रांसफर में परेशानी आयेगी.
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चेक क्लियरेंस और फंड ट्रांसफर का काम फंसेगा
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16 से 19 तक तीन दिन बंद रहेंगे बैंक
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बजट में किया गया था बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव
इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन की ओर से यह जानकारी दी गयी है कि मुख्य श्रम आयुक्त के साथ बैठक विफल रही और यूनियनों ने हड़ताल पर जाने के फैसले को कायम रखा है. सरकार ने बजट 2021-22 में इस साल के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव किया था. सरकार के इसी फैसले के खिलाफ बैंककर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं.
बैंक हड़ताल की वजह से कल यानी 16 और 17 दिसंबर को बैंक बंद रहेंगे, उसके बाद फिर 18 दिसंबर को बैंक खुलेगा जो कि शनिवार है और 19 दिसंबर रविवार को बैंक बंद रहेगा. भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार दिसंबर में कुल 12 दिन तक बैंक बंद रहेंगे.
वर्ष 2021 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह घोषणा की थी कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण किया जायेगा. नीति आयोग ने निजीकरण के लिए दो बैंकों के नामों की घोषणा की थी, जिसमें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक का नाम सामने आया था. लेकिन अब बैंक ऑफ इंडिया का नाम भी सामने आ रहा है.
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