वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केंद्रीय बजट 2024 पेश किया. यह अंतरिम बजट था, क्योंकि यह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आया था. पुरानी और नई दोनों व्यवस्थाओं में टैक्स स्लैब में कोई बदलाव की घोषणा नहीं की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संतुलित बजट पेश करने के लिए निर्मला सीतारमण की सराहना की. यह सीतारमण का छठा केंद्रीय बजट था. अंतरिम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी सेविकाओं और हेल्पर्स को भी कवर किया जाएगा. पीएम आवास के तहत 70 फीसदी घर महिलाओं को दिए गए हैं. पीएम संपदा योजना से 38 लाख किसानों को लाभ हुआ है. 9 से 14 साल की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन लगाई जाएगी. यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और आराम के लिए 40 हजार सामान्य रेलवे बोगियों को वंदे भारत रेल की बोगियों में बदला जाएगा.
लखपति दीदी योजना क्या है
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लखपति दीदी योजना को बढ़ावा दिया जाएगा. इसे 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ करने का फैसला किया गया है. अब तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया. वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में महिलाओं को 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण दिए गए हैं. बता दें कि इस योजना से अबतक करीब 9 करोड़ महिलाओं के जीवन में बदलाव और आत्मनिर्भरता आई है. ये स्वयं सहायता समूह परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में उभरे हैं और महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता के साथ सशक्त बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बदल रहे हैं.
स्वयं सहायता समूह कर रही हैं मदद
सीतारमण ने 83 लाख स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की ओर से निभाई गई भूमिका पर जोर दिया, जो सामूहिक रूप से देश भर में 9 करोड़ महिलाओं के जीवन को प्रभावित कर रही है. लखपति दीदी योजना की सफलता का श्रेय स्थानीय पड़ोस में मासिक शिविरों की स्थापना को दिया जाता है, जहां पात्र महिलाओं, विशेष रूप से कम आय वाली महिलाओं को ऋण प्रदान किया जाता है.
लखपति दीदी योजना से क्या लाभ मिल रहे हैं?
इस योजना से महिलाओं को कई प्रकार के लाभ मिल रहे हैं. जिसमें महिलाएं फाइनेंशियल लिट्रेट हो पा रही हैं. उनके लिए वर्कशॉप किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि शिक्षा कितना जरूरी है और फाइनेंश में कितनी मदद करता है.
लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को स्टार्टअप करने में लाभ मिलता है. उन्हें एजुकेशन और दूसरे कामों के लिए लोन भी दिए जाते हैं. जिससे उन्हें किसी पर निर्भर नहीं होना पड़े.
इस योजना में उन्हें बताया जाता है कि वो कैसे बैंक में अपने पैसे रख सकती हैं और उन्हें दूसरी जगह इनवेस्ट कर सकती है. साथ ही डिजिटल प्लेटफार्मों के बारे में भी जानकारी दी जाती है.
इस योजना में शिक्षित होने के साथ-साथ आपको अपने बच्चों को पढ़ाई और आगे बढ़ाना का कान्फिडेंस मिलता है और एक बेहतर फ्यूचर बन पाता है.
इस योजना के पीछे की सोच हर जगह की महिलओं के पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को आगे बढ़ाना और उन्हें सबसे आगे करना है.
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