वाशिंगटन : कोरोनो वायरस महामारी और उससे जुड़े लॉकडाउन के बीच इस साल की पहली तिमाही में अमेरिका का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) एक साल पहले की तुलना में 4.8 फीसदी गिर गया. अमेरिका विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह इसका एक दशक से भी अधिक समय का सबसे बुरा प्रदर्शन है. अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय की डाटा विश्लेषण एजेंसी, ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक एनालिसिस के द्वारा बुधवार को जारी नये सरकारी अग्रिम अनुमान की रिपोर्ट में पहली तिमाही में जीडीपी घटने के लिए कोरोना वायरस महामारी भी जिम्मेदार बताया गया है. इस महामारी के कारण सरकार को मार्च महीने में लोगों को अपने अपने घरों तक सीमित रहने का आदेश जारी करना पड़ा.
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ब्यूरो ने कहा कि इससे मांग में तेजी से गिरावट आयी, क्योंकि व्यवसायों और स्कूलों ने परिचालन रद्द कर दिया और लोग-बाग घरों से काम करने लगे. उपभोक्ताओं ने अपने खर्च को रोक दिया या कम कर दिया. ब्यूरो ने कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था की स्थिति दूसरी तिमाही में और खराब होने की आशंकाएं हैं. अमेरिका की जीडीपी में पिछले साल की चौथी तिमाही में 2.1 फीसदी की वृद्धि हुई थी. ब्यूरो के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के पूरे आर्थिक प्रभावों को 2020 की पहली तिमाही के जीडीपी अनुमान के अधार पर नहीं बताया जा सकता है.
व्हाइट हाउस के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार केविन हसेट ने पिछले सप्ताहांत पर कहा था कि दूसरी तिमाही में अमेरिका का जीडीपी 15 से 20 फीसदी तक गिर सकता है. हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था चौथी तिमाही और अगले साल दोबारा पटरी पर आ जाएगी. हालांकि, आर्थिक जानकारों की नजर अब दूसरी तिमाही के नतीजों पर टिकी है. उधर, डाउ जोन्स ने उम्मीद जतायी थी कि पहली तिमाही में विकास दर 3.5 फीसदी की दर से गिरेगी, लेकिन यह गिरावट उससे कहीं ज्यादा है.
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