नयी दिल्ली : निजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. (आरआईएल) कोरोना वायरस महामारी से निपटने में सरकार की मदद के लिये पीएम-केयर्स फंड में 500 करोड़ रुपये का योगदान देगी.
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी. इसके अलावा कंपनी महाराष्ट्र और गुजरात मुख्यमंत्री राहत कोष में 5-5 करोड़ रुपये का योगदान देगी. रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री मुकेश अंबानी ने कहा, हमें विश्वास है कि भारत कोरोनो वायरस की आपदा पर जल्द से जल्द विजय प्राप्त कर लेगा.
रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूरी टीम संकट की इस घड़ी में देश के साथ है और कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई को जीतने के लिए सब कुछ करेगी. उल्लेखनीय है कि इससे पहले कंपनी की इकाई रिलायंस फाउंडेशन ने कोरोना वायरस मरीजों के लिये 100 बिस्तरों का अस्पताल मात्र 2 हफ्तों में तैयार करने की घोषणा की थी.
टेक कंपनी इंफोसिस कोरोना के खिलाफ जंग में 100 करोड़ रुपये कर मदद का एलान किया है. कंपनी की ओर से कहा गया है कि इसमें 50 करोड़ रुपये पीएम केयर्स फंट में दान देगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 28 मार्च को ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष’ नामक ट्रस्ट बनाने की घोषणा की जहां लोग कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की लड़ाई में मदद एवं योगदान दे सकते हैं. प्रधानमंत्रदी इस ट्रस्ट के अध्यक्ष होंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चिंताजनक हालात जैसी किसी भी प्रकार की आपात स्थिति या संकट से निपटने के लिये एक विशेष राष्ट्रीय कोष बनाने की आवश्यकता और इससे प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए ‘आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष (पीएम केयर्स फंड)’ के नाम से एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट बनाया गया है.
प्रधानमंत्री इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और इसके सदस्यों में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री एवं वित्त मंत्री शामिल हैं. राहत कोष की जानकारी देते हुए मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष स्वस्थ भारत बनाने में काफी सहायक होगा.
उन्होंने कहा, कोविड-19 के खिलाफ भारत के युद्ध में सभी वर्गों से लोगों ने दान देने की इच्छा व्यक्त की थी. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कोष का गठन इसी भावना को ध्यान मे रखते हुए किया गया है. वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया है कि ‘कोविड-19′ की महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है और इसके साथ ही विश्व भर में करोड़ों लोगों की स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न कर दी हैं. भारत में भी कोरोना वायरस फैलता जा रहा है और हमारे देश के लिए भी गंभीर स्वास्थ्य एवं आर्थिक चुनौतियां उत्पन्न कर रहा है. बयान के अनुसार, इस आपातकाल के मद्देनजर सरकार को आवश्यक सहयोग देने के उद्देश्य से उदारतापूर्वक दान करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को काफी अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं.
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