भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी एक बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है. भारत में भी सरकार इस पर जल्द रणनीति बनाने का ऐलान कर सकती है. एक तरफ क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बवाल मचा है तो दूसरी तरफ इसमें निवेश को लेकर चर्चाएं तेज हैं.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश जोखिम भरा है. क्रिप्टोकरेंसी आपको कंगाल या मालामाल कर सकती है. इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी की खूब चर्चा है. यह सिर्फ 24 घंटे में ही 2,35000 पर्सेंट से ज्यादा उछल कर शानदार रिटर्न दे रहा है. इसकी उछाल को समझने की कोशिश करें तो यह ऐसे समझ सकते हैं कि अगर क्रिप्टोकरेंसी में 24 घंटे पहले किसी ने 1,000 रुपये लगाये थे तो यह यह पैसा 2.37 करोड़ रुपये में बदल गया. हालांकि इसमें कई लोगों ने ढेर सारा पैसा गंवाया भी है.
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स्क्विड गेम्स बेस्ड SQUID (स्क्विड) और Kokoswap (KOKO) क्रिप्टोकरेंसीज में भी पिछले तेज उछाल देखा गया है. पिछले 24 घंटे में 2,35000 पर्सेंट से ज्यादा रिटर्न देने वाली क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम मेटा है. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में क्वॉइनमार्केटकैप के डेटा के हवाले से बताया गया है कि इथेरियम मेटा में 24 घंटे में 2.35 लाख पर्सेंट से ज्यादा उछाल आया है
थेरियम मेटा पिछले 24 घंटे में 0.00000005033 डॉलर से 0.0001194 डॉलर के स्तर पर पहुंचा है. बाद में क्रिप्टोकरेंसी 0.00006449 डॉलर के लेवल पर पहुंच गई.क्रिप्टोकरेंसी (डिजिटल टोकन) का टोटल मार्केट कैप 85 लाख डॉलर से ज्यादा है.
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डेटा बताता है कि 50.01 बिलियन इथेरियम मेटा टोकन्स सर्कुलेशन में थे. यह क्रिप्टोकरेंसी नया नहीं है करीब तीन सालों से यह बाजार में है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कई देशों का रुख अलग – अलग है. कई देशों ने इसे लेकर रणनीति तैयार की है जबकि कई देश अब भी इस पर विचार कर रहे हैं.
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