Education Loan: क्या आपका बच्चा किसी प्रोफेशनल कोर्स में एडमिशन लेकर अपना कैरियर बनाना चाहता है? क्या आपके पास बच्चे का कैरियर बनाने के लिए प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला लेने के पैसे नहीं हैं? कैरियर बनाने के लिए प्रोफेशन कोर्स में दाखिला लेना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है. कड़ी प्रतिस्पर्धा के इस दौर में हर छात्र को सरकारी संस्थानों में दाखिला नहीं मिल पाता, जहां प्रोफेशनल कोर्स के लिए फीस कम लगती है. ऐसी स्थिति में होनहार बालक को भी प्राइवेट संस्थान की बाट जोहनी पड़ती है, जहां सरकारी संस्थानों के मुकाबले फीस कहीं अधिक होती है. ऐसे में, एजुकेशन लोन ही वैसे लोगों के लिए मददगार साबित होता है, जो अपना कैरियर बनाने के लिए अच्छे संस्थान में पढ़ाई करना चाहते हैं. आइए, जानते हैं कि एजुकेशन लोन लेने पर कितनी रकम मिलती है और उस पर ब्याज कितना लगता है?
कैसे मिलता है Education Loan
अगर आप अपने बच्चे को किसी प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला लेने के लिए एजुकेशन लोन लेने जा रहे हैं, तो यह जरूर सोच रहे होंगे कि कितना पैसा मिलेगा. पैसा बाजार डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, किसी भी छात्र को एजुकेशन लोन देने से पहले कर्जदाता बैंक या कोई वित्तीय संस्थान उन शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग, फीस स्ट्रक्चर, पाठ्यक्रम से संबंधित हॉस्टल फीस, किताबों की कीमत, एक्यूपमेंट्स और लैपटॉप आदि की कीमत का पता लगाते हैं. इसके बाद एजुकेशन लोन मंजूर किया जाता है.
Education Loan में कितना मिलेगा पैसा
अगर आपका बच्चा भारत में प्रोफेशनल कोर्स कराने वाले किसी संस्थान में दाखिला लेकर पढ़ना चाहता है, तो उसके नाम पर अधिकतम 10 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन मिल सकता है. वहीं, विदेश में पढ़ाई करने के लिए अधिकतम 20 लाख रुपये तक की रकम मिल सकती है. यह लोन रकम आईआईएम, आईआईटी, आईएसबी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों या विदेशी संस्थानों के पाठ्यक्रमों के लिए और भी अधिक हो सकती है.
Education Loan पर ब्याज दर
एजुकेशन लोन पर ब्याज दर पर्सनल लोन के मुकाबले काफी कम होता है. एजुकेशन लोन पर सालाना 7.15 फीसदी से 15.20 फीसदी तक ब्याज लगता है. हालांकि, कुछ बैंक और वित्तीय संस्थान एजुकेशन लोन पर छात्राओं को ब्याज दर में अतिरिक्त करीब 0.5 फीसदी तक की छूट भी देते हैं. इतना ही नहीं, अगर छात्रा मोरेटोरियम पीरियड के दौरान केवल ब्याज का भुगतान करती हैं, तो उन्हें 1 फीसदी तक की एक्स्ट्रा छूट मिल जाती है.
Education Loan की भुगतान अवधि
एजुकेशन लोन की भुगतान अवधि 15 साल तक हो सकती है. इतनी लंबी अवधि और कम ब्याज दर होने पर कम ईएमआई का भुगतान करना पड़ता है. हालांकि, अगर आप पर्सनल लोन लेते हैं, तो आपको सात साल में ही लोन की रकम का भुगतान करना पड़ेगा. इसलिए ईएमआई की रकम भी अधिक हो जाती है.
Education Loan में मोरेटोरियम पीरियड क्या होता है
एजुकेशन लोन लेने के बाद जो छात्र प्रोफेशन कोर्स में पढ़ाई करता है, तो कोर्स पूरा होने की तारीख से लोन ईएमआई का भुगतान करने के लिए एक साल तक का समय दिया जाता है. इसी एक साल तक की अवधि को मोरेटोरियम पीरियड कहा जाता है. इसका मतलब यह है कि कोर्स पूरा होने के एक साल बाद तक ईएमआई का भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ती. एक साल में नौकरी खोजने के बाद रेगुलर इनकम से लोन की ईएमआई का भुगतान करना पड़ता है. इसके अलावा, आपका बैंक या वित्तीय संस्थान मेडिकल इमरजेंसी, बेरोजगारी और इनक्यूबेशन पीरियड के दौरान या फिर अगर कोई छात्र-छात्रा अपना कोर्स पूरा करने के बाद स्टार्ट- अप शुरू करना चाहते हैं, तो मोरटोरियम पीरियड को आगे बढ़ाया जा सकता है.
Education Loan के लिए दस्तावेज की जरूरत
बैंक लोन के लिए छात्रों को 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, बैंक पासबुक, आय प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण पत्र (पासपोर्ट/ ड्राइविंग/वोटरआईडी), एंट्रेंस टेस्ट रिजल्ट, एंट्रेंस एग्जाम क्लीयर करने का साक्ष्य, एज प्रूफ, स्टूडेंट्स और पैरेंट्स दोनों का आधार कार्ड समेत कई दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है. इसके साथ ही यह भी चेक किया जाता है कि कहीं कोई पिछला लोन तो आवेदक पर तो नहीं है.
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Education Loan की योग्यता
एजुकेशन लोन के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्रा को देश का नागरिक होना चाहिए. आवेदक का एकेडिमक रिकॉर्ड बेहतर होना चाहिए. इसके अलावा, उम्मीदवार जिस कोर्स के लिए अप्लाई करना चाहता है, उसका रोजगार का प्रतिशत क्या है.
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