कोरोना संक्रमण में बिजली की खपत बढ़ गयी है. जुलाई में जारी किये गये ताजा आंकड़े बताते हैं कि करीब 12 प्रतिशत बढ़कर 125.51 अरब यूनिट पर पहुंच गयी है. बिजली मंत्रालय की तरफ से जारी किये गये आंकड़े यही इशारा कर रहे हैं. जुलाई, 2020 में बिजली की खपत का जो आंकड़ा सामने आया उसमें 112.14 अरब यूनिट रही. यह महामारी से पहले यानी जुलाई, 2019 के 116.48 अरब यूनिट के आंकड़े से थोड़ा ही कम है.
साल अप्रैल से बिजली की व्यावसायिक तथा औद्योगिक मांग राज्यों द्वारा लगाए गए अंकुशों से प्रभावित हुई थी. इस मामले पर कड़ी नजर रखने वाले एक्सपर्ट की मानें तो कोविड-19 के मामलों में कमी तथा राज्यों द्वारा लॉकडाउन अंकुशों में ढील के बाद जुलाई से बिजली की औद्योगिक और व्यावसायिक मांग में निश्चित रूप से सुधार होगा.
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व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग या दिन में बिजली की सबसे अधिक आपूर्ति 200.57 गीगावॉट की रही.यह सात जुलाई, 2021 को दर्ज की गई.इसके अलावा दैनिक बिजली की खपत भी सात जुलाई को बढ़ाकर सर्वकालिक उच्चस्तर 450.8 करोड़ यूनिट पर पहुंच गई.
जुलाई, 2020 के पूरे महीने में व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग 170.40 गीगावॉट थी.इस तरह जुलाई, 2021 में व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग करीब 18 प्रतिशत अधिक रही.
दो जुलाई, 2020 को व्यस्त समय की बिजली की मांग 170.40 गीगावॉट दर्ज की गई थी. जुलाई, 2019 में व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग 175.12 गीगावॉट रही थी.पिछले साल 25 मार्च से सरकार ने महामारी के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाया था.
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