EPFO : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के लिए एक बढ़िया खबर है! दावों का निपटान अब बहुत आसान होने वाला है. केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय चीजों को आसान बनाने के लिए एक नई IT प्रणाली शुरू कर रहा है. केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि EPFO अगले तीन महीनों में इस नई प्रणाली पर स्विच कर देगा. एक बार ऐसा हो जाने के बाद, अपना बैलेंस चेक करना और क्लेम करना बहुत आसान हो जाएगा! वे इसे आईटी सिस्टम 2.01 कह रहे हैं. सबसे बढ़िया बात? नौकरी बदलने पर आपको अपनी सदस्य आईडी ट्रांसफर करने की ज़रूरत नहीं होगी और आपको नया खाता भी नहीं खोलना पड़ेगा. साथ ही, आप EPFO की वेबसाइट से ही बैलेंस चेक, क्लेम सेटलमेंट, नॉमिनी स्टफ और बहुत कुछ संभाल सकते हैं.
पोर्टल से रही है शिकायत
पोर्टल से जुड़ी समस्याओं के बारे में कई लोगों ने EPFO से अपनी चिंताएँ व्यक्त की थीं. पिछले साल जुलाई में रिटायरमेंट फंड संगठन के अधिकारियों ने सरकार को एक पत्र भेजा था, जिसमें पुराने सॉफ्टवेयर सिस्टम के बारे में बताया गया था. कुछ उपयोगकर्ताओं को EPFO पोर्टल में लॉग इन करने और अपने दावों का निपटान करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उपयोगकर्ताओं को संदेह है कि पोर्टल पर भारी ट्रैफिक के कारण ये समस्याएँ हो रही हैं. EPFO ने अगले तीन महीनों के भीतर सभी समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से एक नई प्रणाली लागू करने की योजना बनाई है.
Also Read : Infosys पर छाए मुसीबतों के बादल, अमेरिका में लगा केस
क्या है EPFO ?
EPFO या कर्मचारी भविष्य निधि मूल रूप से एक सेवानिवृत्ति बचत योजना है. हर महीने, आपके वेतन का एक हिस्सा EPFO में जाता है, और आपका नियोक्ता भी इसमें अपना योगदान देते हैं . जब आप सेवानिवृत्त होते हैं, तो आपको वह पैसा वापस मिल जाता है. कोई मेडिकल इमरजेंसी होने पर आप 1 लाख रुपये तक निकाल सकते हैं. पहले आप अस्पताल के अनुमान के आधार पर पैसे निकाल सकते थे, लेकिन अब 1 लाख रुपये की सीमा तय कर दी गई है.
Also Read : Hero IPO : शेयर मार्केट में आग लगाने आएगा इस मोटर कंपनी का IPO, सबमिट किया ड्राफ्ट पेपरवर्क
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.