नयी दिल्ली : मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में अपनी हिस्सेदारी 25.2 प्रतिशत तक बढ़ा दी है. कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग में यह बात सामने आयी है.
FII holdings in Reliance Industries hits record high
Read @ANI Story | https://t.co/7lulJ4NKl3 pic.twitter.com/HKflB08QP0
— ANI Digital (@ani_digital) October 22, 2020
सितंबर में खत्म हुई तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज में करीब 2.73 करोड़ की शेयरों की खरीदारी की. शेयर बाजार में गुरुवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2107 रुपये पर बंद हुआ है. मार्केट प्राइस के हिसाब से यह खरीदारी करीब 5750 करोड़ रुपये है.
रिलायंस की रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, सितंबर तिमाही के अंत तक विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास 165.8 करोड़ शेयर थे. यह कुल शेयर होल्डिंग का 25.2 प्रतिशत है. जून तिमाही में 30 विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास कुल 163.07 करोड़ शेयर ही थे.
ब्रोकरेज हाउस जेपी मॉर्गन ने रिलायंस में एफआईआई के निवेश पर नोट जारी कर कहा है कि रिलायंस में एफआईआई का निवेश नयी ऊंचाई पर पहुंच गया है. वहीं, म्युचुअल फंड्स ने रिलायंस में अपनी हिस्सेदारी घटायी है. जून तिमाही में घरेलू म्यूचुअल फंडों की आरआईएल में हिस्सेदारी 5.37 प्रतिशत थी, जो सितंबर में घट कर 5.12 प्रतिशत रह गयी.
प्रमोटर्स ने भी अपनी हिस्सेदारी मे बढ़ोतरी की है. प्रमोटरों ने भी अपनी हिस्सेदारी 50.37 प्रतिशत से बढ़ा कर 50.49 प्रतिशत कर ली है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.