Gautam Adani Networth: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर भारतीय उद्योगपति गौतम अदाणी देश के साथ-साथ एशिया के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं. उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को काफी पीछे छोड़ दिया है. पिछले 24 घंटों में उनकी दौलत 7.6 अरब डॉलर बढ़ गयी है. जबकि, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों के लिस्ट में गौतम अदाणी ने बड़ी छलांग लगाते हुए 12वां स्थान प्राप्त कर लिया है. जबकि, इस लिस्ट में मुकेश अंबानी 12वें पायदान से 13वें स्थान पर पहुंच गए हैं. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के मुताबिक, मुकेश अंबानी की संपत्ति (Mukesh Ambani Net worth) 97 अरब डॉलर है. पिछले 24 घंटे के दौरान इनकी नेटवर्थ में 665 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है. 5 जनवरी को, गौतम अदाणी की कुल संपत्ति 97.6 बिलियन डॉलर थी. जबकि, मुकेश अंबानी 97 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ व्यवसायी से सिर्फ एक स्थान नीचे थे. इसके अलावा, अदाणी इस वित्तीय वर्ष में भारत के सबसे बड़े धन लाभकर्ताओं में से एक बन गए हैं.
क्यों तेजी से बढ़ी गौतम अडानी की दौलत?
अदाणी-हिंडनबर्ग मामले (Adani-Hindenburg Case) में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद गौतम अदाणी की कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी जा रही है. इसके कारण कंपनी की वैल्यू बढ़ गयी है. सुप्रीम कोर्ट ने सेबी के जांच को सही ठहराया था. साथ ही, कुल 22 मामलों में बाकि बचे दो मामलों के जांच के लिए तीन महीनें का वक्त दिया. बता दें कि हिंडनबर्ग मामले के बाद, अदाणी की कुल संपत्ति में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी.
पिछले सप्ताह अदाणी की हुई जबरदस्त कमाई
सुप्रीम कोर्ट के कंपनी की तरफ सकारात्मक रुख के कारण, शेयर बाजार में अदाणी समूह के स्टॉक में तेजी देखने को मिली. ग्रुप के पिछले सोमवार को करीब एक लाख करोड़ रुपये की कमाई की. पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 1,511.15 अंक यानी 2.29 प्रतिशत चढ़ गया जबकि निफ्टी में 473.2 अंक यानी 2.39 प्रतिशत की बढ़त रही. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का मानना है कि जीडीपी के अनुमान से बेहतर आंकड़े वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वृद्धि का नजरिया देंगे और इससे बाजार को तेजी की रफ्तार कायम रखने का उत्साह मिलेगा. इसके अलावा वाहनों के मासिक बिक्री आंकड़ों से भी उत्साह नजर आया. भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में उम्मीद से कहीं अधिक 7.6 प्रतिशत रही. इस तरह भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का अपना दर्जा बरकरार रखा है.
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