कोरोना वायरस के संक्रमण का असर सोने की कीमतों पर भी पड़ रहा है. हाल में बैंक ऑफ अमेरिका सिक्यूरिटीज ने एक अनुमान जताया है जिसके तहत 2021 के अंत तक अंतराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है.और इस अनुमान के हिसाब से आने वाले दिनों में 10 ग्राम सोना खरीदने के लिए ग्राहक को 80,000 रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं.
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क्या है औंस ??
अंतराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव औंस के हिसाब से ही तय होता है.यह वजन का एक मानक है. एक औंस में 28.349 ग्राम होता है. इस तरह एक ग्राम सोने की कीमत 8075 रुपए होती है.
दरअसल वैश्विक रूप से फैले कोरोना वायरस के संक्रमण का असर शेयर बाजार और बॉन्ड पर भी पड़ा है. इनमें गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है.इन हालातों को देखते हुए निवेशकों ने सोने में ही दिलचस्पी बढ़ाई है और सोना में निवेश बढ़ा दिया है.
मांग बढ़ते ही सोने की कीमत में तेजी:
मौजूदा हालात में घरेलू मांग बढ़ने के कारण सटोरियों ने ताजा सौदे की लिवाली की जिससे शुक्रवार को वायदा कारोबार में सोने के भाव में काफी तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई.सोने का भाव 315 रुपए की तेजी के साथ 46,742 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया. भारत में सोने का कारोबार का आधार प्रति 10 ग्राम का होता है और इस बढ़ोत्तरी के कारण 10 ग्राम सोने की कीमत 80,753 रुपए होती है.
भारत में अगले डेढ़ साल में सोने व चांदी की कीमत :
एक अनुमान के मुताबिक भारत में अगले डेढ़ साल में सोने की कीमत में 75 फीसदी की तेजी हो सकती है.अंतराष्ट्रीय बाजार में अभी सोने का कारोबार 1750 डॉलर प्रति औंस पर चल रहा है.अभी के हालात में प्रतिस्पर्धा बढ़ चुकी है और इसका असर सोने के साथ चांदी पर भी पड़ता दिख रहा है और वायदा बाजार में चांदी का भाव अभी एक प्रतिशत बढ़कर 42,224 प्रति किलोग्राम हो गया है.
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