India Russian Oil Imports : रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से भारत बड़ी मात्रा में रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है. लगातार 11वें महीने भारत ने रियायती दरों पर रूस से क्रूड आॅयल खरीदकर एक रिकॉर्ड बना लिया. जून में रूस से रिकॉर्ड मात्रा में कच्चे तेल का आयात किया गया. ऐसा अनुमान है कि आने वाले समय में रिकॉर्ड तोड़ने का यह सिलसिला जारी रहेगा.
सऊदी अरब और इराक के कुल जोड़ से ज्यादा हुई रूसी तेल की बिक्री
डेटा एनालिटिक्स फर्म केपलर में कच्चे तेल के विश्लेषण के प्रमुख विक्टर कटोना ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि जून में दैनिक मात्रा बढ़कर 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन हो गई, जो लगातार 10वें महीने बढ़ रही है. रूसी तेल की बिक्री एक बार फिर सऊदी अरब और इराक के यूनाइटेड शिपमेंट से अधिक हो गई है. केप्लर ने इसके पहले बताया था कि मई में भारत के तेल आयात में माॅस्को का हिस्सा 46% था, जो यूक्रेन पर आक्रमण से पहले 2% से भी कम था.
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भारतीय कंपनियों में कौन आगे?
भारत ने रूसी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए आगे कदम बढ़ाया है. इसके साथ ही बाजार में एक बड़ा बदलाव भी आया है. रिलायंस कंपनी को पछाड़ते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) रूस से कच्चा तेल का सबसे बड़ा खरीददार बन गया. रूसी बाजार से तेल खरीदने के लिए भारत पेट्रोलियम भी बातचीत कर रही है.
भारत के कच्चे तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी 42%
भारत के कुल कच्चे तेल आयात में अब रूस की हिस्सेदारी 42 प्रतिशत हो गई है. यह हाल के वर्षों में किसी एक देश के लिए सबसे अधिक हिस्सेदारी है. भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात पश्चिम एशिया के परंपरागत आपूर्तिकर्ताओं की कीमत पर बढ़ा है. मई में सऊदी अरब से तेल का आयात घटकर 5,60,000 टन पर आ गया. यह फरवरी, 2021 के बाद सबसे निचला स्तर है.
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