Inox India IPO: क्रायोजेनिक टैंक मेकर आईनॉक्स इंडिया के भारतीय शेयर बाजार आज से खुदरा निवेशकों के लिए खुल गया है. आईपीओ से कंपनी की योजना 1459.32 करोड़ रुपये जुटाने की है. कंपनी ने 627 से 660 रुपये के बीच में प्राइस बैंड तय किया है. अच्छी बात ये है कि जिन लोगों के पास पहले से कंपनी के शेयर हैं. उनके लिए 2.21 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा. जबकि, इश्यू का 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स और 15 प्रतिशत हिस्सा हाई नेटवर्थ वाले इंडीविजुअल्स के लिए रिजर्व होगा. वहीं, 35 प्रतिशत हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है. संभावित रुप से Inox India के शेयरों को 21 दिसंबर को BSE और NSE पर लिस्ट हो सकते हैं. कंपनी के आईपीओ को लेकर, ग्रे मार्केट में तेज हलचल देखने को मिल रही है. एक दिन पहले ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों पर 270 रुपये का प्रीमियम ऑफर किया जा रहा था. जबकि, आज 330 रुपये का प्रीमियम दिया जा रहा है. बता दें कि खुदरा निवेशकों के कंपनी में कम से कम 13,794 रुपये लगाना होगा.
क्या करती है आईनॉक्स इंडिया कंपनी
आईनॉक्स इंडिया गुजराज बेस्ट कंपनी है. इसके पास 30 सालों का कार्यअनुभव है. कंपनी के द्वारा क्रायोजेनिक कंडीशंस सॉल्यूशंस प्रदान किया जाता है. कंपनी टैंक, इक्विपमेंट और इंडस्ट्रियल गैसों, एलएनजी, हेल्थकेयर, एविएशन आदि उद्योग से जुड़े हुए प्रोजेक्ट पर काम करती है. वर्तमान में आईनॉक्स इंडिया के पास तीन ऑपरेशनल फैलिलिटीज सेंटर है. इसमें गुजरात में दो सेंटर कलोल और कांडला एसईजेड में स्थित है. जबकि, तीसरा दादरा एंज नगर हवेली के सिलवासा में स्थित है. 31 मार्च तक कंपनी के पास 1003.15 करोड़ रुपये का ऑर्डर था. आईनॉक्स इंडिया ने इस साल 965.90 करोड़ रुपये की आय की है. पिछले साल के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 152.71 करोड़ रुपये था.
आईपीओ क्या होता है
आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.
आईपीओ में निवेश कैसे करें
आईपीओ में निवेश करने से पहले संबंधित दस्तावेजों को पूरी तरह समझें. इसमें निवेश जोखिम भरा होता है. ऐसे में किसी वित्तीय सलाहकार की मदद लें. आईपीओ की सदस्यता लेने के लिए, आपके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए. यदि आपके पास कोई नहीं है, तो आप डीमैट खाता खोलने के लिए एक पंजीकृत स्टॉकब्रोकर या डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) से संपर्क कर सकते हैं. इसके बाद, एक पंजीकृत स्टॉकब्रोकर चुनें जो आईपीओ सेवाएं प्रदान करता है. आप इसे ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से ब्रोकर के कार्यालय में जाकर कर सकते हैं. आईपीओ घोषणाओं और उनके विवरणों से अपडेट रहें. आगामी आईपीओ के बारे में जानकारी आमतौर पर स्टॉक एक्सचेंजों, वित्तीय समाचार पत्रों की वेबसाइटों और आईपीओ जारी करने वाली कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होती है. एक बार जब आप एक आईपीओ चुन लेते हैं जिसकी आप सदस्यता लेना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से आवेदन कर सकते हैं.
(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें.)
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