Investment in Real Estate: रियल एस्टेट में घरेलू निवेशकों का इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट साल 2023 में 120 प्रतिशत बढ़कर 1.5 बिलियन डॉलर हो गया. ग्लोबल मार्केट में अस्थिरता के चलते विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की तुलना में कम हुई है. वेस्टियन ने अपने रिपोर्ट में बताया है कि व्यावसायिक संपत्ति घरेलू निवेशकों के लिए पसंदीदा निवेश विकल्प बन गईं. ग्लोबल आर्थिक परेशानियों के बीच घरेलू निवेशकों की हिस्सेदारी 2022 में 14% से बढ़कर 2023 में 35% हो गई. दूसरी ओर, व्यापक आर्थिक मंदी के कारण विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की तुलना में 30% कम हो गई.
विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी हुई कम
वेस्टियन की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में 65% हिस्सेदारी के साथ विदेशी निवेशकों का निवेश पर दबदबा कायम रहा, लेकिन उनकी हिस्सेदारी एक साल पहले 79% से कम हो गई. रिपोर्ट में अनुसार, लगभग 72% विदेशी निवेश व्यावसायिक संपत्ति में केंद्रित था, इसके बाद औद्योगिक और वेयरहाउसिंग खंड में केवल 15% निवेश किया गया. वेस्टियन के सीईओ श्रीनिवास राव ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग में अनिश्चितता के बावजूद, निवेश पूरे वर्ष मजबूत रहा. घरेलू निवेशकों के आशावाद ने रियल एस्टेट बाजार में तेजी बनाए रखी, क्योंकि उन्होंने भारत की विकास कहानी में विश्वास दिखाना जारी रखा.
व्यावसायिक संपत्ति के लिए बैंकों का ऋण बढ़ा
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, व्यावसायिक संपत्ति के लिए बैंकों का ऋण पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 23 नवंबर में 38% बढ़ गया. दूसरी ओर, प्राथमिकता क्षेत्र के आवास सहित आवास के लिए बैंकों का बकाया इसी अवधि के दौरान 37% बढ़ गया. हालांकि, रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश में सालाना 12% की गिरावट आई और 2023 में $4.3 बिलियन तक पहुंच गया. निवेश पांच साल के निचले स्तर पर पहुंच गया, वैश्विक व्यापक आर्थिक अनिश्चितता के बीच विदेशी निवेशकों द्वारा अपनाए गए सतर्क रुख को देखते हुए, 2024 में पुनरुत्थान की उम्मीद है. इसमें कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन और नियोजित बुनियादी ढांचे के विकास की एक स्वस्थ पाइपलाइन इसके पीछे है.
रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 37 प्रतिशत घटा
कैलेंडर वर्ष 2023 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश सालाना आधार पर 37 प्रतिशत घटकर 82.23 करोड़ अमेरिकी डॉलर रह गया. रियल एस्टेट सलाहकार कोलियर्स इंडिया ने यह जानकारी दी. कोलियर्स इंडिया के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर 2023 में रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश 82.23 करोड़ अमेरिकी डॉलर रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 129.94 करोड़ अमेरिकी डॉलर था. कैलेंडर वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कार्यालय क्षेत्र में धन का प्रवाह 23 प्रतिशत घटकर 13.55 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 17.55 करोड़ अमेरिकी डॉलर था.
वैकल्पिक संपत्तियां 11% हुई कम
आवास क्षेत्र में अक्टूबर-दिसंबर 2023 में निवेश 79 प्रतिशत गिरकर 8.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 37.91 करोड़ अमेरिकी डॉलर था. वैकल्पिक संपत्तियां 11 प्रतिशत घटकर 46.79 करोड़ अमेरिकी डॉलर से 41.87 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गईं. वैकल्पिक संपत्तियों में डेटा सेंटर, जीवन विज्ञान, वरिष्ठ आवास, अवकाश गृह, छात्र आवास और स्कूल शामिल हैं. पिछले वर्ष के दौरान निवेश में 53 प्रतिशत की वृद्धि के साथ कार्यालय खंड 302.25 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक बढ़ गया, जो 2022 कैलेंडर वर्ष में 197.83 करोड़ अमेरिकी डॉलर था. औद्योगिक और गोदाम परियोजनाओं में निवेश प्रवाह पिछले साल दोगुना से अधिक होकर 87.76 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया, जो 2022 में 42.18 करोड़ अमेरिकी डॉलर था.
(भाषा इनपुट के साथ)
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