पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) निवेश कितना जरूरी है ? कितना फायदा है ? कितने का निवेश करना चाहिए ? आयकर में किस तरह की छूट मिलती है. इससे जुड़े कई सवालों के जवाब आज एक्सपर्ट के तौर पर सीए. रंजीत बजाज दे रहे हैं.
पीपीएफ में निवेश की सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें किसी भी तरह का जोखिम नहीं है. भारत सरकार आपके निवेश को सुरक्षित रखने की गारंटी देती है. इस स्कीम के तहत आयकर में आपको छूट मिलती है. इसमें तीन तरह के टैक्स में फायदे है.
एक तो निवेश के वक्त आपको लाभ मिलता है. जब आपको ब्याज मिलता है तब छूट मिलती है. निवेश का वक्त पूरा हो गया जब आपको पैसा मिलने लगता है तब भी छूट मिलती है.
आप इस योजना का लाभ पोस्ट ऑफिस, बैंक , ऑनलाइन या ऑफलाइन ले सकते हैं. आपको फार्म ए भरना होगा. इसमें अकाउंट खोलने में बहुत कम वक्त लगता है एक मिनट के अंदर अकाउंट खुल जाता है आपको सारे कागजात जमा करने होंगे.
नहीं, कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा नहीं खोल सकता है. हां अपने बच्चों के नाम से अकाउंट खोल सकते हैं. मेरी राय है कि सभी को पीपीएफ अकाउंट खोलना चाहिए क्योंकि एक तो ब्याज दर अच्छा मिल रहा है दूसरा 15 सालों तक का लौकिंग पीरियड है जिसमें आप भविष्य की योजनाओं के तहत पैसा जमा कर सकते हैं. आप बैंक में चाहें तो बैंक या जहां चाहें वहां अकाउंट खोल सकते हैं. इस योजना के लिए कई विकल्प हैं.
अगर आप पीपीएफ अकाउंट दूसरे बैंक में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो आपको फार्म 5 डी भरना होगा. इस फार्म में पूरी जानकारी देने के बाद 30 दिनों के अंदर आपका उकाउंट ट्रांसफर हो जायेगा.
अक्सर लोग निवेश को मिलने वाले रिटर्न से समझते हैं. यह सही भी है कि आप पैसा लगा रहे हैं तो आपके पास रिटर्न कितना आ रहा है यह देखना जरूरी है. इस निवेश में आपको भारत सरकार की गारंटी है, आयकर में छूट है तीन तरह के फायदे हैं. सरकार इसमें कई तरह की रियायत दे रही है. इस संपत्ति को कोर्ट के आदेश से भी हासिल नहीं किया जा सकता है. यह बड़ी बात है. आयकर विभाग को इससे अलग रखा गया है.
इसमें निवेश की कोई उम्र सीमा तय नहीं है. आप पांच सौ रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और बेहतर रिटर्न के लिए आपको ज्यााद निवेश करना होगा.
अगर जरूरत पड़ी तो आप लोन ले सकते हैं. सात साल के बाद अगर कोई अंश लेना चाहते हैं तो इससे ले सकते हैं. पांच साल से पहले आप निकाल नहीं पायेंगे. लोन का रेट ऑफ इंट्रेस्ट भी काफी कम होगा.
इसमें अकाउंट बंद नहीं होता डीएक्टिवेट हो जाता है. अगर आप सालाना पैसा जमा नहीं कर पाये तो यह इनएक्टिव हो जाता है. 50 रुपये हर साल का जुर्माना है यह भरकर इसे आप दोबारा शुरू कर सकते हैं.
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