हालांकि, आप अपनी बचत के एक हिस्से को आपातकालीन समय में काम आने वाले पैसे के रूप में अपने पास रख सकते हैं, लेकिन अपनी संपत्ति को बढ़ाने के लिए जमा-पूंजी के एक हिस्से का इस्तेमाल करना भी एक अच्छा कदम माना जाता है. इस लिहाज से देखा जाये तो बचत खाता पर्याप्त नहीं है, क्योंकि इस पर मिलने वाला रिटर्न आपके लिए उतना फायदेमंद नहीं होगा, खासकर जब मुद्रास्फीति की दर बढ़ जाती है. ऐसे समय में फिक्स्ड डिपॉजिट का विकल्प ही सबसे बेहतर है.
FD पर बेहतर ब्याज़ दर से रिटर्न मिलना सुनिश्चित है, और इसका भरपूर लाभ उठाने के लिए आपको सिर्फ लंबे समय तक निवेश करना होगा. हालांकि, FD को बेहद स्पष्ट और सरल साधन माना जाता है, फिर भी सही रणनीति को अपनाकर आप अपने रिटर्न को बढ़ा सकते हैं. यह जानने के लिए आगे पढ़ें कि, FD में किए गए अपने निवेश पर ज्यादा आमदनी कैसे प्राप्त करें.
कंपनी फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करें : कंपनी FD को बैंक FD की तुलना में बेहतर रिटर्न के लिए जाना जाता है. हालांकि, इसमें जोखिम की दुविधा बनी रहती है. बैंक FD को काफी हद तक सुरक्षित माना जाता है. हालांकि, आप जिस साधन में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, उसकी क्रेडिट रेटिंग के जरिए आप पता लगा सकते हैं कि वह साधन कितना स्थिर है. उदाहरण के लिए, बजाज फाइनैंस फिक्स्ड डिपॉजिट को CRISIL द्वारा FAAA तथा ICRA द्वारा MAAA की रेटिंग दी गई है. यह रेटिंग अपनी-अपनी श्रेणियों में सर्वोच्च है, जिससे डिफॉल्ट के बिना बेहतर आमदनी का संकेत मिलता है.
लॉन्ग टर्म रेपो ऑपरेशंस की घोषणा के साथ-साथ अगली तिमाही में छोटी बचत योजना की ब्याज़ दरों में थोड़े-बहुत बदलाव की संभावना को देखते हुए, बैंक FDs पर अधिक ब्याज़ दर मिलने में कठिनाई हो सकती है. लिहाजा कंपनी फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश का विकल्प ही बेहतर है.
शानदार रिटर्न देने वाली कंपनी का चयन करें : FD में निवेश के लिए सबसे सुरक्षित कंपनी का चयन करने के बाद, आपको स्थिरता के साथ आकर्षक रिटर्न देने वाले साधन के बारे में विचार करना होगा. उदाहरण के लिए, बजाज फाइनैंस 8.05% तक के FD ब्याज़ दरों का प्रस्ताव देता है, और अगर आप 5 साल के लिए निवेश करते हैं तो आप अपनी संपत्ति को 45% से ज्यादा बढ़ा सकते हैं.
वर्तमान में बजाज फाइनैंस के साथ 2.22 लाख से अधिक ग्राहक अपनी संपत्ति को बढ़ा रहे हैं, और डिपॉजिट बुक का आकार 20,607 करोड़ रुपये है.
नीचे की तालिका में बताया गया है, यहां आप अपनी जमा-पूंजी को किस तरह बढ़ा सकते हैं.
डिपॉजिट की राशि: 20 लाख रुपये
समयावधि: 60 महीने
ग्राहक की श्रेणी ब्याज़ दर ब्याज़ के रूप में कुल आय (रुपये में) मैच्योरिटी पर कुल आमदनी (रुपये में)
नए ग्राहक 7.80% 9,11,547 29,11,547
वरिष्ठ नागरिक 8.05% 9,45,465 29,45,465
मौजूदा ग्राहक 7.90% 9,25,076 29,25,076
जब आप ऊपर की तालिका पर गौर करते हैं और शुरुआत में डिपाजिट की गई राशि की तुलना में मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि पर विचार करते हैं, तो आप पाते हैं कि आपकी जमा-पूंजी में 45% या उससे ज्यादा की बढ़ोतरी होने वाली है.
मैच्योरिटी पर भुगतान प्राप्त करने का विकल्प चुनें : हालांकि समय-समय पर भुगतान प्राप्त करने के विकल्प से आप अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, लेकिन मैच्योरिटी पर भुगतान के विकल्प से आपको अधिकतम लाभ मिलता है. जब आप ब्याज़ के रूप में नियमित भुगतान पाने का विकल्प छोड़ देते हैं, तो ऐसे में आपके द्वारा कमाई गई ब्याज़ की राशि का फिर से निवेश हो जाता है, और इस तरह चक्रवृद्धि ब्याज़ के जरिए मिलने वाला लाभ अधिकतम हो जाता है. साथ ही, बार-बार भुगतान प्राप्त करने की अवधि जितनी अधिक होगी, आपको ब्याज़ दर से मिलने वाला लाभ उतना ही कम होगा.
इन दोनों में से एक का चयन करने के लिए, आप FD कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं, और अपने निवेश की बेहतर योजना बना सकते हैं. 48 महीने की अवधि के लिए 30 लाख रुपये डिपॉजिट करने पर, आपको इन दोनों योजनाओं से प्राप्त होने वाली संभावित आय के बारे में नीचे बताया गया है.
मैच्योरिटी पर भुगतान प्राप्त करने का विकल्प
ब्याज़ दर (% में) मैच्योरिटी पर प्राप्त राशि (रुपये में) ब्याज़ के रूप में प्राप्त आय (रुपये में)
7.9 40,66,371 10,66,371
समय-समय पर भुगतान प्राप्त करने का विकल्प
भुगतान प्राप्त करने की अवधि ब्याज़ दर (% में) अर्जित ब्याज़ (रुपये में) ब्याज़ के रूप में प्राप्त कुल आय (रुपये में)
मासिक 7.63 19,075 9,15,600
तिमाही 7.68 57,600 9,21,600
अर्ध-वार्षिक 7.75 1,16,250 9,30,000
वार्षिक 7.90 2,37,000 9,48,000
FD में किए गए निवेश की राशि को कुशलतापूर्वक बढ़ाएं : अगर आपको हर साल नगद राशि की जरूरत होती है, तो आप अपने FD को लंबे समय के लिए लॉक करने के बजाय आप क्रमबद्ध तरीके से निवेश कर सकते हैं, ताकि आपकी FDs की मैच्योरिटी का समय आपके लक्ष्यों के लिए तय समय-सीमा के अनुरूप हो. इस तकनीक को क्रमबद्ध निवेश कहा जाता है. बजाज फाइनैंस की मल्टी-डिपॉजिट सुविधा की मदद से आप बड़ी आसानी से ऐसा कर सकते हैं. इसमें आप एक चेक जमा करके अलग-अलग अवधि के FD में निवेश कर सकते हैं. इस तकनीक की मदद से आपको अपने FD को तोड़ना नहीं पड़ता है, और इस तरह आप किसी प्रकार के जुर्माने और ब्याज़ दरों में कमी से भी बच जाते हैं.
इसके अलावा, अगर आप चाहते हैं कि आपकी FD की मैच्योरिटी हर महीने हो, तो आपको सिर्फ बजाज फाइनैंस के सिस्टमैटिक डिपॉजिट प्लान के साथ शुरुआत करनी है. इस तरह के प्लान में आप हर महीने 5000 रुपये या इससे ज्यादा का निवेश करते हैं. हर बार किए गए निवेश को एक नया FD माना जाता है, और इस पर डिपॉजिट की तिथि पर प्रचलित दर से ब्याज़ मिलता है. आप 6 से 48 के बीच डिपॉजिट कर सकते हैं, और सभी डिपॉजिट के लिए 12 से 60 महीने के बीच एक समान अवधि तय कर सकते हैं. पहले FD के मैच्योर होने के बाद, आपको हर महीने आमदनी प्राप्त होती है.
ज्यादा लाभ कमाने के लिए अपने रिटर्न का फिर से निवेश करें : चक्रवृद्धि ब्याज़ की मदद से FD पर मिलने वाले लाभ को और बढ़ाने के लिए, अगर आपको तुरंत नगद राशि की जरूरत नहीं है तो आपको मैच्योरिटी पर प्राप्त राशि को बचत खाते में जमा रखने के बजाय फिर से निवेश करना चाहिए. ऐसा करने के लिए, बजाज फाइनैंस ऑटो-रिन्यूअल की सुविधा प्रदान करता है. इस तरह आप बिना किसी परेशानी के निवेश को लंबे समय तक बरकरार रख सकते हैं, साथ ही आपको रिन्यूअल बोनस का फायदा भी मिलता है जो वर्तमान में ब्याज़ दर के अलावा 0.10% है.
अपने FD पर प्राप्त होने वाले रिटर्न का फिर से निवेश करना बेहद आसान है, और बजाज फाइनैंस FD के साथ की शुरुआत करना भी सरल है. मौजूदा ग्राहक अपने घर पर रहकर बड़े आराम से बजाज फाइनैंस ऑनलाइन FD भर सकते हैं और कागजी कार्रवाई के बगैर निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इसलिए, अगर आप अपने रिटर्न को सचमुच अधिकतम करना चाहते हैं, तो FD में निवेश की शुरुआत के वक्त इन 5 सुझावों को अमल में लाएं.
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