देश में कोरोना संक्रमण महामारी का असर रोजगार पर सबसे ज्यादा पड़ा है. कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान बड़े शहरों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों की तस्वीर खूब वायरल हुई थी. दूसरी लहर का भी असर रोजगार पर पड़ रहा है. रिपोर्ट बताती है कि अबतक पूरी तरह रोजगार का खतरा टला नहीं है.
करोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित अनुसार हॉस्पिटैलिटी, एविएशन, कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री प्रभावित हुई. रोजगार पर हुए असर को लेकर ग्लोबल रिक्रूटमेंट स्पेशलिस्ट माइकल पेज (Michael Page) की एक रिपोर्ट आयी है.
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भारत कोरोना संक्रमण से उबर रहा है. इन क्षेत्रों में धीरे- धीरे सुधार हो रहा है. कोरोना संक्रमण के हालात के बाद पिछला साल की दिसंबर तिमाही के मुकाबले जनवरी-मार्च तिमाही में जॉब में 32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले बार की तुलना में इस बार रोजगार को लेकर हालात इतने गंभीर नहीं होंगे.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर अर्थव्यस्था पर कुछ समय के लिए पड़ेगा. हालांकि श्रमिकों के जीवन पर इसका असर साफ दिखेगा. रिपोर्ट में हेल्थकेयर सेक्टर (Healthcare Sector) में हायरिंग एक्टिविटीज में लगभग 35 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी हैय
इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से नौकरी को लेकर सवाल खड़े किये गये हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर शारीरिक श्रम से रोजगार कमाने वालों पर पड़ेगा. देश में इस वक्त तीसरी लहर की चर्चा है. बाजार और दुकानें खुल गयी हैं सबकुछ अपनी पटरी पर लौट रहा है लेकिन तीसरी लहर की आशंका ने लोगों के मन में डर बैठाकर रखा है.
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