सरकारी स्वामित्व वाली तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) की विदेशी निवेश शाखा ONGC विदेश लिमिटेड ने हाल ही में अजरबैजान में एक तेल क्षेत्र और उससे जुड़ी पाइपलाइन में इक्विनोर की हिस्सेदारी खरीदने को अंतिम रूप दिया है. 60 मिलियन डॉलर मूल्य का यह सौदा ONGC विदेश लिमिटेड के ऊर्जा उद्योग में अपने अंतरराष्ट्रीय पदचिह्न को व्यापक बनाने के प्रयासों में एक और मील का पत्थर है.
इन जगहों पर साइन किया एग्रीमेंट
ONGC विदेश लिमिटेड ने कुछ दिन पहले अजरबैजान के तट पर स्थित इक्विनोर से अज़ेरी चिराग गुनाशली (एसीजी) तेल क्षेत्र में 0.615 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक औपचारिक समझौता या SPA साइन किया है. इसके अतिरिक्त, सौदे के हिस्से के रूप में, ओवीएल अपनी सहायक कंपनी ओएनजीसी बीटीसी लिमिटेड के माध्यम से बाकू त्बिलिसी सेहान (बीटीसी) पाइपलाइन में 0.737 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने की फिराक में है. कंपनी का यह कदम ओवीएल की तेल और गैस उद्योग में अपनी पैठ बढ़ाने की योजना का हिस्सा है. इन अधिग्रहणों के लिए संभावित रूप से 60 मिलियन डॉलर के संयुक्त निवेश की आवश्यकता होगी.
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ऊर्जा उद्योग मे आगे बढ़ने की योजना
ONGC विदेश लिमिटेड के पास वर्तमान में ACG क्षेत्र में 2.31% की हिस्सेदारी है और BTC पाइपलाइन में 2.36% की हिस्सेदारी है. इक्विनोर के हालिया अधिग्रहणों के बाद, OVL के पास इन परिसंपत्तियों में अपने स्वामित्व को बढ़ाने का अवसर है, जिससे संभावित रूप से इन प्रॉफिटेबल वेंचर्स में अधिक वित्तीय प्रतिबद्धताएँ हो सकती हैं. इससे इन प्रमुख परियोजनाओं में आगे विस्तार और विकास का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है. ONGC को भारत में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक माना जाता है. देश की घरेलू आपूर्ति का लगभग 71% उत्पादन करने के लिए जिम्मेदार है.
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