Petrol-Diesel Price Today: वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव में लगातार गिरावट जारी है. ब्रेंट क्रूड की कीमत टूटकर 80.01 डॉलर प्रति बैरल है. वहीं, डब्ल्यूटीआई क्रुड तेल की कीमत 75.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गयी गयी है. बड़ी बात ये है कि अभी से एक सप्ताह पहले कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तेजी जारी थी और विशेषज्ञ इसके 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जाने का अनुमान लगा रहे थे. इस भारतीय तेल वितरक कंपनियों ने आज के लिए पेट्रोल-डीजल का रेट जारी कर दिया है. राष्ट्रीय स्तर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेल की कीमत स्थिर है. यहां पेट्रोल 96.65 रुपये और डीजल 89.82 रुपये लीटर बिक रहा है. वहीं, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये और कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर आज सुबह से बिक रहा है. हालांकि, वैट टैक्स में परिवर्तन के कारण कई शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में मामूली परिवर्तन देखने को मिल रहा है.
अन्य शहरों में बदले दाम
बिहार की राजधानी पटना में करीब दो दिन स्थिर रहने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव देखने को मिल रहा है. यहां पेट्रोल की कीमत में 20 पैसे का इजाफा हुआ है. इसके बाद यहां पेट्रोल 107.47 रुपये प्रतिल लीटर के भाव से बिक रहा है. वहीं, डीजल की कीमत 21 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई है. इसके बाद, यहां डीजल 94.25 रुपये लीटर बिक रहा है. धनतेरस पर उत्तर प्रदेश में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा हुआ है. नोएडा-ग्रेटर नोएडा में आज सुबह पेट्रोल के दाम में 13 पैसे और डीजल में 12 पैसे की वृद्धि हुई है. इसके बाद यहां ये पेट्रोल 96.92 रुपये लीटर और डीजल 90.08 रुपये लीटर बिक रहा है. वहीं, गाजियाबाद में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में करीब 9 पैसे की गिरावट देखने को मिली है. यहां पेट्रोल 96.58 रुपये और डीजल 89.75 रुपये लीटर बिक रहा है. जून 2017 से पहले भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में संसोधन हर 15 दिनों में होता था. मगर, सरकार के द्वारा नया नियम लाने के बाद, अब रोज पेट्रोल-डीजल की कीमत रिव्यू होती है. कीमतों में बदलाव अंतर्राष्ट्रीय बाजार के अनुसार की जाती है.
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मजबूत हाजिर मांग से कच्चे तेल का वायदा भाव में तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बाद कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से वायदा कारोबार में बृहस्पतिवार को कच्चा तेल की कीमत 76 रुपये की तेजी के साथ 6,350 रुपये प्रति बैरल हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का नवंबर माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 76 रुपये या 1.21 प्रतिशत की तेजी के साथ 6,350 रुपये प्रति बैरल हो गया. इसमें 12.402 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार बढ़ाने से कच्चातेल वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 1.02 प्रतिशत की तेजी के साथ 76.10 डॉलर प्रति बैरल हो गया जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम 1.07 प्रतिशत बढ़कर 80.39 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
कैसे चेक करें अपने शहर का फ्यूल रेट
मैसेज के जरिए अपने शहर का फ्यूल रेट जानने के लिए बीपीसीएल (BPCL) के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज भेजना होगा. वहीं HPCL के ग्राहकों को दाम पता करने के लिए HPPRICE <डीलर कोड> लिखकर 9222201122 पर मैसेज करें. इंडियन ऑयल के ग्राहक RSP<डीलर कोड> लिखकर 9224992249 नंबर पर मैसेज कर सकते हैं.
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे तय होते हैं
भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम सरकार द्वारा तय होते हैं और यह एक डायनामिक प्रक्रिया है जो विभिन्न कारगर कारकों पर निर्भर करती है. यहां कुछ मुख्य कारक हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं:
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आंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य (International Market Prices): भारत उपयोगकर्ताओं के लिए पेट्रोल और डीजल के विश्वासपूर्वक संग्रहित वितरण नेटवर्क नहीं है. इसलिए, विश्व बाजार में पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में उत्तराधिकार खत्म होने के बावजूद, भारत अंत में मात्रा और वितरण में परिभाषित है.
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कर और शुल्क (Taxes and Duties): पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को निर्धारित करने में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लागू किए जाने वाले कर और शुल्क शामिल होते हैं. यह आमतौर पर विभिन्न अद्यावधिक निर्णयों के आधार पर बदल सकते हैं.
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राज्य सरकारों का योगदान (State Government Contribution): राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रित करने के लिए अपने योगदान को शामिल कर सकती हैं. वे अपने राज्य में विभिन्न शुल्क और करों को लागू कर सकते हैं.
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मुद्रा की मांग और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति (Demand for Currency and Supply of Petroleum Products): पेट्रोलियम उत्पादों की मांग और उनकी आपूर्ति के बीच संतुलन भी मूल्यों को प्रभावित कर सकते हैं. यदि उत्पादों की मांग अधिक है और आपूर्ति कम है, तो मूल्यों में वृद्धि हो सकती है. उत्पादों की मांग कम है और आपूर्ति अधिक है, तो मूल्यों में कमी हो सकती है.
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निर्यात और आयात की घटनाएं (Export and Import Events): विभिन्न निर्यात और आयात की घटनाएं भी पेट्रोल और डीजल के मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.
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