Pitru Paksha 2020/Gold Bond Subscription : सोना में निवेश करने वालों के लिए सरकार ने पितृपक्ष शुरू होने के पहले ही मोदी सरकार ने बेहतरीन मौका दिया है. रियायती दरों पर सोना बेचने के लिए सरकार ने सोमवार को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम सब्सक्रीप्शन के लिए जारी कर दिया है. चालू वित्त वर्ष में सरकार ने गोल्ड बॉन्ड की 6ठी सीरीज जारी किया है.
जानिए क्या है प्राइस?
रिजर्व बैंक की ओर से इस सीरीज के लिए इश्यू प्राइस 5,117 रुपये प्रति 1 ग्राम तय किया गया है. इस स्कीम के तहत सोना की खरीद के लिए ऑनलाइन आवेदन और भुगतान करने पर खरीदार को 50 रुपये प्रति ग्राम और 500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर छूट भी दी जाती है. इस छूट के साथ गोल्ड बॉन्ड का भाव 5,067 रुपये प्रति 1 ग्राम होगा. इस स्कीम के तहत कम से कम 1 सोने की खरीद करनी होगी.
सरकार की ओर से गोल्ड बॉन्ड स्कीम जारी करने के पहले ही रिजर्व बैंक की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इस बार गोल्ड बॉन्ड की कीमत 5,117 रुपये प्रति 1 ग्राम रखी गयी है. बयान के मुताबिक, सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 की 6ठी सीरीज 31 अगस्त को खुलकर 4 सितंबर को बंद होगी. इससे पहले 3 अगस्त से 7 अगस्त को खुली 5वीं सीरीज के गोल्ड बॉन्ड का ऑफर मूल्य 5,334 रुपये प्रति ग्राम था.
किस आधार पर तय की गयी प्राइस?
रिजर्व बैंक ने कहा कि गोल्ड बॉन्ड की कीमत उसके पेश होने वाले सप्ताह से पिछले हफ्ते के अंतिम तीन कारोबारी दिवसों में 99.9 फीसदी शुद्धता वाले सोने की औसत बंद कीमत पर आधारित होती है. मौजूदा सीरीज के लिए यह गणना 26 अगस्त से 28 अगस्त 2020 के औसत बंद भाव पर 5,117 रुपये प्रति 1 ग्राम की गयी है.
ऑनलाइन खरीदारी और पेमेंट पर छूट
रिजर्व बैंक के अनुसार, गोल्ड बॉन्ड की खरीद के लिए डिजिटल भुगतान करने पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी. ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड की कीमत 5,067 रुपये प्रति ग्राम होगी. सरकारी गोल्ड बॉन्ड को रिजर्व बैंक भारत सरकार की ओर से जारी करता है. देश में सोने का आयात घटाने के लिए सरकार ने नवंबर 2015 में यह योजना पेश थी. वित्त वर्ष 2019-20 में रिजर्व बैंक ने दस किस्तों में कुल 2,316.37 करोड़ रुपये यानी 6.13 टन के गोल्ड बॉन्ड जारी किए.
8 सितंबर को जारी किया जाएगा बॉन्ड
सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत 31 अगस्त से लेकर 7 सितंबर तक सब्सक्रीप्शन का समय निर्धारित किया गया है. इसके एक दिन बाद यानी 8 सितंबर को सरकार की ओर से गोल्ड बॉन्ड जारी किया जाएगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकार की तरफ से जारी पेपर या सिक्योरिटीज होते हैं. सरकार फंड जुटाने के लिए इसका इस्तेमाल करती है. इसमें निवेश करने वालों को फिजिकल गोल्ड नहीं, बल्कि एक सर्टिफिकेट मिलता है, जिसे मेच्योरिटी के बाद भुनाया जा सकता है.
Posted By : Vishwat Sen
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