PPF Investment: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) भारत सरकार के द्वारा पोषित एक लंबी समय अवधि की बचत योजना है. सरकार के द्वारा इय योजना की शुरूआत लोगों को बचत के लिए प्रेरित करने के साथ व्यक्तिगत और परिवारिक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के मकसद से बनाया गया है.पीपीएफ
PPF Investment: केंद्र सरकार के द्वारा चलायी जा रही बचत योजना आप एक वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं. इस खाते को कम से कम सौ रुपये से खुलवाया जा सकता है. कोई भी भारतीय नागरिक पीपीएफ अकाउंट खोल सकता है.
पीपीएफ में जमा राशि पर आयकर विभाग के द्वारा 80सी के तहत टैक्स में छूट का प्रावधान भी है. साथ ही, निवेश के तीन से पांच साल के बाद आप लोन भी ले सकते हैं.
हालांकि, पीपीएफ में निवेश करने वालों को एक बात ध्यान रखना होता है कि इसमें 15 वर्ष का लॉक-इन पीरियड होता है. यानी निवेशक इस योजना से पैसे 15 वर्ष के बाद ही निकाल सकते हैं. मगर बड़ी बात ये है कि इस योजना में निवेश करके आप करोड़पति बन सकते हैं.
केंद्र सरकार के द्वारा पीपीएफ पर मौजूदा ब्याज 7.1 का दिया जा रहा है. इस योजना में कम से कम 15 वर्षों तक निवेश करना जरूरी है. अगर आप हर साल 1.5 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो 15 सालों में आप 22,50,000 रुपये निवेश करते हैं.
Also Read: Inflation in India: महंगाई की मार से बाहर निकलने लगा भारत, रिजर्व बैंक ने जतायी ये उम्मीद..
पीपीएफ में अगर आप हर महीने 12,500 रुपये निवेश करते हैं तो अगर 15 वर्ष में आप 18,18,209 रुपये के ब्याज कमाएंगे. यानी, योजना की मैच्योरिटी पर 40,68,209 रुपये मिलेंगे. अगर आप, पांच साल और बढ़ा देते हैं तो मैच्योरिटी पर 66,58,288 रुपये मिलेंगे. जब, आप पांच वर्ष के लिए इसे और बढ़ा देते हैं तो मैच्योरिटी पर 1,03,08,015 रुपये मिलेगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.