राशन कार्ड सबसे अहम दस्तावेज है, जिससे आपको सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी मिलती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि पिछले सात सालों में 4.39 करोड़ फर्जी राशन कार्ड बनाये गये हैं. अब इन फर्जी राशन कार्ड पर सरकारी डंडा चलेगा.
About 4.39 crore ineligible/bogus ration cards weeded out during the period 2013 to 2020 for rightful targeting of beneficiaries under NFSA
New cards are regularly issued to genuine & rightfully eligible beneficiaries/households
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— PIB India (@PIB_India) November 6, 2020
देशभर में राशन कार्ड से जुड़ा यह फर्जीवाड़ा का आंकड़ा खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर जारी किया है. सरकार के ताजा आंकड़ों के अनुसार साल 2013 से लेकर 2020 तक 4.39 करोड़ से भी ज्यादा फर्जी, जाली या अमान्य राशन कार्ड हैं जो देश में गलत तरीके से बनाये गये हैं .
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सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे राशन कार्ड को खत्म कर दिया जायेगा. इसकी जगह पर सही राशन कार्ड जारी किये जायेंगे. देश में 80 करोड़ लोगों तक कम कीमत पर राशन पहुंच रहा है. अगर साल 2011 की जनगणना के आधार पर देश के 81.35 करोड़ लोगों तक बहुत ही सस्ती दरों पर अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें चावल 3 रुपये गेहूं 2 रुपये और मोटा अनाज 1 रुपये किलो की कीमत पर मिल रहा है.
सरकार के पास यह फर्जी आंकड़ा तब सामने आये जब सरकार ने देशभर में टेक्नोलॉजी सपोर्टेड पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) में सुधार लाने की कोशिश कर रही थी. जब राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून को लागू करने की तैयारी हो रही थी तो सरकरा के पास यह आंकड़ा आया जिसमें इतने सारे फर्जी राशन कार्ड का खुलासा हुआ.
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सरकार उन राशन कार्ड की भी पहचान कर रही है जिसमें लोगों को जोड़ना, फर्जी राशन कार्ड की पहचान करना, दो – दो राशन कार्ड एक नाम से बने हैं उनकी पहचान करना, मौत हो जाने के बाद भी राशन कार्ड का इस्तेमाल करने जैसे मामलों की पहचान कर रही है. वैसे लोगों के राशन कार्ड भी जारी किये जा रहे हैं जिन्हें इसकी जरूरत है.
Posted BY – Pankaj Kumar Pathak
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