Reliance AGM: रिलायंस के एजीएम में मुकेश अंबानी ने धीरुभाई अंबानी के सपनों को साकार करने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की. एजीएम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने धीरुभाई अंबानी को याद करते हुए कहा कि Reliance ने ‘पावर ऑफ ड्रीम’ को प्रूफ किया है. रिलायंस को लेकर आज उस हर सपने को पूरा किया है, जिसके बारे में हमने सपना देखा था. अब रिलायंस का लक्ष्य आने वाले समय में पावर ऑफ डिजिटल टेक्नोलॉजी को हर इंडियन के हाथ में पहुंचाना है. उन्होंने बताया कि वो अगले पांच वर्षों तक कंपनी के चेयरमैन बने रहेंगे. मुकेश अंबानी ने अपनी उत्तराधिकार योजना पर अमल शुरू करते हुए सोमवार को कहा कि पुत्री ईशा और पुत्र आकाश तथा अनंत को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निदेशक मंडल में शामिल किया गया है. अब तक अंबानी परिवार के तीनों युवा उद्यमी सिर्फ परिचालन एवं व्यवसाय-स्तर से ही जुड़े हुए थे. उनमें से कोई भी देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी के निदेशक मंडल का हिस्सा नहीं था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में इन तीनों की नियुक्ति को मंजूरी दी गई. सालाना आमसभा (एजीएम) से पहले हुई निदेशक मंडल की बैठक में ईशा, आकाश और अनंत को कंपनी में गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त करने की मंजूरी दी गयी. दिग्गज उद्योगपति 66 वर्षीय मुकेश अंबानी ने पिछले साल अपने बड़े बेटे आकाश अंबानी को देश की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम लि. का चेयरमैन बनाने का रास्ता साफ कर दिया था. जियो इन्फोकॉम, जियो प्लेटफॉर्म्स की अनुषंगी है. जियो प्लेटफार्म्स में मेटा और गूगल जैसी कंपनियों की भी हिस्सेदारी है. इस कंपनी के मुखिया अभी मुकेश अंबानी ही हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. जियो प्लेटफॉर्म्स की मूल कंपनी है.
आकाश की जुड़वां बहन 31 वर्षीय ईशा को रिलायंस की खुदरा इकाई और छोटे पुत्र अनंत को नये ऊर्जा कारोबार की अगुवाई के लिये चुना गया था. अंबानी की तीनों संतानें संबंधित कंपनियों के निदेशक मंडल में शामिल थीं लेकिन पहली बार वे मूल कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल हुए हैं. रिलायंस ने एक बयान में कहा कि उनकी नियुक्ति शेयरधारकों की मंजूरी के बाद उनके कार्यभार संभालने के पश्चात प्रभाव में आएगी. कंपनी अपने शेयरधारकों से मुकेश अंबानी को पांच साल के एक और कार्यकाल यानी अप्रैल 2029 तक चेयरमैन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी देने की मांग कर रही है. उनकी पत्नी नीता अंबानी भी आरआईएल के निदेशक मंडल में शामिल थीं लेकिन अपनी संतानों के लिये जगह बनाने के लिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. बयान के मुताबिक कि निदेशक मंडल ने नीता अंबानी के फैसले का सम्मान करते हुए निदेशक मंडल से उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसका मकसद यह भी है कि नीता अंबानी रिलायंस फाउंडेशन को भारत के लिये अधिक असरदार बनाने और मार्गदर्शन करने के लिये अपनी ऊर्जा और समय दे सकें.
अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्विविद्यालयों से शिक्षित अंबानी की संतानों को पिछले कुछ साल में रिलायंस के तीन कारोबार खंडों- तेल एवं रसायन, दूरसंचार और खुदरा – में नेतृत्व की स्थिति के लिये तैयार किया गया है. खुदरा और डिजिटल सेवाएं अलग-अलग पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों में स्थित हैं जबकि तेल एवं रसायन कारोबार रिलायंस का प्रमुख कारोबार है. नवीन ऊर्जा कारोबार भी मूल कंपनी के पास है. तीनों व्यवसायों का आकार लगभग बराबर है. आकाश और ईशा दोनों बतौर निदेशक समूह के खुदरा और दूरसंचार कारोबार से जुड़े हैं. वहीं अनंत निदेशक के रूप में नवीकरणीय ऊर्जा और तेल तथा रसायन कारोबार में शामिल रहे हैं. नई पीढ़ी को निदेशक मंडल में शामिल करने की घोषणा इसका स्पष्ट संकेत है कि मुकेश अंबानी भविष्य में अपने बच्चों को कमान सौंपने की तैयारी कर रहे हैं. आकाश और ईशा रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि. और ऑनलाइन रिटेल कारोबार जियो मार्ट तथा डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स लि. के निदेशक मंडल में अक्टूबर 2014 से हैं. वहीं 27 साल के अनंत को हाल में रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि. में बतौर निदेशक शामिल किया गया है. वह जियो प्लेटफॉर्म्स लि. में मई 2020 से निदेशक हैं.
एजीएम में जुड़ी बड़ी घोषणाएं
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रिलायंस जियो ने उत्कृष्ट वृद्धि का एक और वर्ष देखा, जिसमें ₹1,19,791 करोड़ का सर्वकालिक उच्च राजस्व और ₹50,286 करोड़ का EBITDA दर्ज किया गया. जियो का कुल ग्राहक आधार अब 450 मिलियन ग्राहकों को पार कर गया है, जो 20% से अधिक की सालाना राजस्व वृद्धि को दर्शाता है.
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Jio के नेटवर्क पर प्रति-उपयोगकर्ता डेटा खपत बढ़ गई है, औसत उपयोगकर्ता अब हर महीने 25 जीबी से अधिक की खपत कर रहा है. इसका मतलब 1100 करोड़ जीबी का मासिक डेटा ट्रैफ़िक है, जो साल-दर-साल 45% की वृद्धि दर्शाता है.
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रिलायंस जियो को 7 साल पहले भारत को एक प्रीमियर डिजिटल सोसाइटी में बदलने के महत्वाकांक्षी मिशन के साथ लॉन्च किया गया था. जियो नए भारत के शानदार डिजिटल परिवर्तन का मुख्य उत्प्रेरक रहा है. अब हमारी महत्वाकांक्षाएं भारत के तटों से भी आगे बढ़ गई हैं.
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हमने पिछले अक्टूबर में 5G रोलआउट शुरू किया. 9 महीनों में, Jio 5G पहले से ही 96% से अधिक जनगणना शहरों में मौजूद है. और हम दिसंबर 23 तक पूरे देश को कवर करने की राह पर हैं. यह Jio 5G को दुनिया में अब तक का सबसे तेज़ 5G रोलआउट बनाता है
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आज, भारत में चालू कुल 5G सेल में से लगभग 85% Jio के नेटवर्क में हैं. अपनी वर्तमान गति से, हम अपने नेटवर्क में हर 10 सेकंड में एक 5G सेल जोड़ रहे हैं, और दिसंबर तक हमारे पास लगभग 1 मिलियन 5G सेल चालू हो जाएंगे.
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