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कोरोना काल में ग्रामीण भारत ने दिखायी ताकत, इस साल के मानसून में बंपर हुई खरीफ फसलों की बुआई

देश में छायी कोरोना महामारी के इस दौर में ग्रामीण भारत ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है. इस साल के मानसून में अच्छी बारिश होने की वजह से देश के किसानों ने पिछले साल के मुकाबले अब तक करीब 6.32 फीसदी अधिक खरीफ फसलों की रिकॉर्ड बुआई कर दी है. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में खरीफ फसलों की 1095.38 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है. हालांकि, इस साल के मानसून सीजन में खरीफ फसलों की बुआई का अंतिम आंकड़ा आना अभी बाकी है. पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस साल खरीफ फसलों का रकबा अब तक 6.32 फीसदी ज्यादा है. चालू खरीफ सीजन के लिए बुआई के अंतिम आंकड़े 2 अक्टूबर को जारी होंगे.

नयी दिल्ली : देश में छायी कोरोना महामारी के इस दौर में ग्रामीण भारत ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है. इस साल के मानसून में अच्छी बारिश होने की वजह से देश के किसानों ने पिछले साल के मुकाबले अब तक करीब 6.32 फीसदी अधिक खरीफ फसलों की रिकॉर्ड बुआई कर दी है. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में खरीफ फसलों की 1095.38 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है.

हालांकि, इस साल के मानसून सीजन में खरीफ फसलों की बुआई का अंतिम आंकड़ा आना अभी बाकी है. पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस साल खरीफ फसलों का रकबा अब तक 6.32 फीसदी ज्यादा है. चालू खरीफ सीजन के लिए बुआई के अंतिम आंकड़े 2 अक्टूबर को जारी होंगे.

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बीज, कीटनाशक, उर्वरक, मशीनरी और ऋण जैसी लागत सामग्री समय पर उपलब्ध कराने से महामारी के कारण लॉकडाउन की स्थिति के बावजूद रिकॉर्ड बुआई संभव हो पायी है.

उन्होंने कहा कि धान की बुआई 396.18 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 365.92 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी. इस प्रकार बुआई क्षेत्र में 8.27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. दलहनों की बुआई 136.79 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले वर्ष 130.68 लाख हेक्टेयर में बुआई की गयी थी.

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मंत्रालय के आकंड़ों के अनुसार, इसी प्रकार तिलहन के रकबे में 11.93 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. कपास की बुआई 128.95 लाख हेक्टेयर में की गयी है, जबकि पिछले वर्ष 124.90 लाख हेक्टेयर में बुआई की गयी थी. कपास का रकबा पिछले साल के मुकाबले 3.24 फीसदी ज्यादा है. इस बीच, उम्मीद यह भी है कि इस साल के मानसून में खरीफ फसलों की बंपर बुआई होने से देश के किसानों की आमदनी में भी इजाफा होगा.

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Posted By : Vishwat Sen

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