Bihar: जब भी बिहार की बात आती है, तो लोग इस राज्य को बीमारू या फिर काफी पिछड़ा हुआ मानते हैं. बिहार अब अपनी तस्वीर बदल रहा है. बिहार का हाजीपुर जिला अब देश में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी जगह बना रहा है. हाजीपुर मुख्य रूप से वर्षों से अपने केले के लिए मशहूर है, लेकिन अब यहां रूस के सैनिकों के लिए बनाए गए जूते के लिए चर्चा में है. यूक्रेन और रूस का युद्ध 24 फरवरी 2022 से चल रहा है. यह युद्ध एक बार फिर से चर्चा में है. इसका कारण यह है कि बिहार के हाजीपुर में बनाए गए जूतों को पहनकर रूसी सैनिक यूक्रेन के मैदान में युद्ध लड़ रहे हैं. हाजीपुर की एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कंबटेंस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड रूस के सैनिकों के लिए जूते बना रही है. यह कंपनी चर्चा में इसलिए भी बनी हुई है, क्योंकि इस कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों में से 70% महिलाएं हैं.
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क्या है इन जूते की खासियत
बिहार के हाजीपुर में बने ये जूते सुरक्षा के लिहाज से काफी सुरक्षित माने जाते हैं. ये जूते खासतौर से रूसी सैनिक के जरूरत के अनुसार बनाए जाते हैं. रूसी सैनिक चाहते हैं कि जूता हल्का हो और आसानी से फिसलने वाला ना हो. साथ ही यह जूते बेहद कम तापमान जैसे -40 डिग्री सेल्सियस जैसे ठंडे मौसम की स्थिति का सामना आसानी से कर सके. यह जूते रूसी सैनिक के हर जरूरत पर खड़ा उतरता है.
क्या है कंपनी की स्थिति
कंबटेंस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी 2018 में बिहार के हाजीपुर में शुरू की गई थी. इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य बिहार में नए रोजगार पैदा करना है. यह कंपनी रूस के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है. कंपनी दिन प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को हासिल कर रही है. बिहार की यह कंपनी कुल 300 कर्मचारियों पर चलती है. जिसमें से 70 प्रतिशत कर्मचारी महिलाएं हैं. पिछले वर्ष इस कंपनी ने करीब 100 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था. जिसमें से 1.5 मिलियन जोड़ी जूते का निर्माण किया गया था. हाजीपुर की यह कंपनी कई यूरोपीय बाजार के लिए डिजाइनर जूते का भी निर्माण करती है.
क्या कहते हैं डॉक्टर विवेक कुमार झा
लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के युवा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर विभय कुमार झा ने बताया कि हाजीपुर में बनने वाले जूतों का इस्तेमाल रूस की सेना कर रही है. उन्होंने कहा बिहार तेजी से तरक्की की ओर बढ़ रहा है. इसमें पटना के बाद हाजीपुर बिहार का दूसरा सबसे तेजी से विकसित होने वाला शहर है. इसकी सराहना केंद्र मंत्री चिराग पासवान से लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने किया है. यह भारत के उद्योग के विकास में बड़ा कदम हो सकता है.
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