SBI, Axis Bank Hike MCLR: देश में थोक महंगाई 15 फीसदी के करीब पहुंच गया है. पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. रसोई गैस की कीमत 1000 रुपये के पार हो गयी है. लोगों की हालत खराब है. ऐसे में बैंकों ने भी लोगों की जेब पर वार कर दिया है. भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) और ऐक्सिस बैंक (Axis Bank) ने अपने ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया है. दोनों बैंकों ने कर्ज पर ब्याज दरें (Interest on Loan) बढ़ा दी हैं. इसके साथ ही होम लोन, ऑटो लोन के साथ-साथ अन्य सभी लोन महंगे हो गये हैं.
भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने लोन पर ब्याज की दरें बढ़ा दी. एसबीआई के बाद प्राइवेट बैंक ऐक्सिस बैंक ने भी MCLR बढ़ा दी. स्टेट बैंक ने ब्याज दरों में 0.10 फीसदी की वृद्धि की है, तो एक्सिस बैंक ने ब्याज दरों में 0.05 फीसदी की वृद्धि की है. एसबीआई ने सोमवार को ब्याज दरें बढ़ाने का ऐलान करते हुए कहा कि बढ़ी हुई ब्याज दरें 15 अप्रैल से ही प्रभावी मानी जायेंगी. वहीं, ऐक्सिस बैंक की बढ़ी हुई ब्याज दरें 18 अप्रैल से लागू हुई है.
क्या है MCLR?
एमसीएलआर (MCLR) एक मानक है, जिससे किसी भी बैंक के आंतरिक खर्च व लागत के आधार पर ब्याज दरें तय की जाती है. MCLR में किसी प्रकार का बदलाव तभी होता है, जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में बदलाव किया जाता है.
आपकी जेब पर कितना बढ़ेगा बोझ
अगर आपने स्टेट बैंक से 20 साल के लिए 20 लाख रुपये का लोन 7 फीसदी के ब्याज पर लिया है, तो आपकी ईएमआई 15,506 रुपये बनती है. अब आपको 7.10 फीसदी की दर से ब्याज चुकाना होगा. यानी आपकी ईएमआई बढ़कर 15,626 रुपये हो जायेगी. 15626-15506= 120 रुपये. यानी हर महीने आपको 120 रुपये अधिक ईएमआई का भुगतान करना होगा. इस तरह साल में अब आपकी ईएमआई 1440 रुपये बढ़ जायेगी.
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