Market Outlook: भारतीय शेयर बाजार के लिए पिछला सप्ताह उत्साह से भरा रहा. दोनों प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. साप्ताहिक आधार पर बाजार में कई नए रिकार्ड बने. अब चार दिसंबर से शुरू होने वाले नए बाजार सत्र से निवेशकों काफी उम्मीद है. पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 1,511.15 अंक यानी 2.29 प्रतिशत चढ़ गया जबकि निफ्टी में 473.2 अंक यानी 2.39 प्रतिशत की बढ़त रही. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का मानना है कि जीडीपी के अनुमान से बेहतर आंकड़े वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वृद्धि का नजरिया देंगे और इससे बाजार को तेजी की रफ्तार कायम रखने का उत्साह मिलेगा. इसके अलावा वाहनों के मासिक बिक्री आंकड़ों से भी उत्साह नजर आया. भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में उम्मीद से कहीं अधिक 7.6 प्रतिशत रही. इस तरह भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का अपना दर्जा बरकरार रखा है.
क्या है अगले सप्ताह का अनुमान
घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी का रूख इस सप्ताह भी दिखने की पूरी उम्मीद है. साप्ताहिक आधार पर पिछले पांच सप्ताह से तेजी देखने को मिल रही है. इस समय अवधि में सेंसेक्स करीब 3,700 अंक यानी 6 फीसदी के आसपास मजबूत हुआ है. पिछले कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स बीते 11 सप्ताह के हाई पर पहुंच गया. शुक्रवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण के अनुसार भारत के विनिर्माण क्षेत्र ने नवंबर में अपने मजबूत प्रदर्शन को जारी रखा. कीमतों के दबाव में काफी कमी आने और ग्राहकों की ओर से मजबूत मांग बने रहने से ऐसा हुआ. एसएंडपी का विनिर्माण खरीद सूचकांक (PMI) नवंबर में 56 पर पहुंच गया जबकि अक्टूबर में यह आठ महीने के निचले स्तर 55.5 पर था. इस दौरान मिडकैप सूचकांक 0.96 प्रतिशत उछल गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.48 प्रतिशत की तेजी रही.
मजबूत मांग से संभलेगा बाजार
महंगाई का असर कम होने से भारतीय बाजारों में मांग में तेजी आयी है. इसका असर कंपनियों के शेयर पर दिखने के लिए मिलेगा. यही कारण है कि पिछले सप्ताह सभी प्रमुख 13 सेक्टरों में तेजी देखने को मिली. बाजार में मिडकैप और स्मॉल कैप में तेजी देखने को मिली. नवंबर के महीने में मिडकैप में 10.4 प्रतिशत जबकि, स्मॉल कैप में 12 प्रतिशत की मजबूती देखने को मिली. क्षेत्रवार सूचकांक में ऊर्जा खंड में 1.57 प्रतिशत, एफएमसीजी (दैनिक उपयोग का सामान) खंड में 1.53 प्रतिशत और रियल्टी खंड में 1.32 प्रतिशत की बढ़त रही जबकि वाहन खंड में गिरावट दर्ज की गई. ऐसे में समझा जा रहा है कि इस सप्ताह इन फैक्टर का असर बाजार में दिखेगा.
राज्यों के चुनाव परिणाम
रविवार को भारत के चार राज्यों के चुनाव परिणाम सामने आ रहे हैं, जिसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना शामिल है. इसके अलावा सोमवार को मिजोरम के चुनाव परिणाम आने वाले हैं. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन बाजार पर इसका सीधा-सीधा असर पड़ेगा. समझा जा रहा है कि इससे निवेशकों का चुनाव परिणाण आने की संभावना है.
आरबीआई की MPC
इस सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति समिति की बैठक होने वाली है. बैठक का आयोजन 6 दिसंबर से लेकर 8 दिसंबर तक किया जाएगा. इसके बाद शुक्रवार को सुबह 10 बजे आरबीआई के गवर्नर नतीजों के बारे में जानकारी देंगे. बता दें कि रिजर्व बैंक ने फरवरी 2023 से अपने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. शेयर बाजार को पूरी उम्मीद है कि इस बार भी शीर्ष बैंक अपना रूख बरकरार रखेगी. ऐसे में निवेशक बाजार में पहले दिन से सोच-सझकर पैसा लगाते हुए दिखेंगे.
एफपीआई फिर से लौटा वापस
अमेरिकी बाजार में यूएस बॉन्ड की यील्ड कम होने के बाद एफपीआई फिर से भारत लौट रहा है. ये बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है. एफआईआई ने बृहस्पतिवार को 8,147.85 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी. अन्य फैक्टर्स में डॉलर और कच्चे तेल की घट-बढ़ का भी बाजार पर असर हो सकता है.
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