Share Market Opening: एशियाई बाजारों के सुस्त रुख और अमेरिकी फेडरल बैंक के ब्याज दर के फैसले से पहले निवेशकों के सतर्क रहने से घरेलू बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट आई. खुदरा मुद्रास्फीति में एक बार फिर तेजी आने और उसके नवंबर में बढ़कर तीन महीने के उच्चस्तर 5.55 प्रतिशत पर पहुंचने का असर भी घरेलू बाजारों पर पड़ा. सुबह 11.30 बजे सेंसेक्स 0.40 प्रतिशत यानी 280.08 अंक टूटकर 69,270.95 पर कारोबार कर रहा था. जबकि, निफ्टी भी 0.41 प्रतिशत यानी 86.40 अंक टूटकर 20,820.00 पर कारोबार कर रहा था. बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 130.21 अंक गिरकर 69,420.82 पर आ गया. निफ्टी 29.05 अंक फिसलकर 20,877.35 पर रहा. सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एक्सिस बैंक, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और एचडीएफसी बैंक के शेयर नुकसान में रहे. वहीं एनटीपीसी, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट और लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों को लाभ हुआ. अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा. अमेरिकी बाजार मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73.09 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
रुपया एक पैसे की गिरावट के साथ 83.38 प्रति डॉलर पर
रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 83.38 पर आ गया. अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने का असर रुपये पर पड़ा. विदेशी मुद्रा विश्लेषकों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में 76 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से 73 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक भारी गिरावट ने रुपये को समर्थन प्रदान किया, लेकिन देश में बढ़ती खुदरा मुद्रास्फीति के कारण घरेलू बाजारों में नरम रुख का दबाव भारतीय मुद्रा पर पड़ा. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.39 पर खुला. इसके बाद वह 83.38 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से एक पैसे की गिरावट है. रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.37 पर बंद हुआ था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति में एक बार फिर तेजी आई है. सब्जी, अनाज समेत खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर तीन महीने के उच्चस्तर 5.55 प्रतिशत पर पहुंच गयी. इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 103.48 पर रहा. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73.09 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 76.86 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.