कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 600 अंकों से अधिक की गिरावट हुई. इस दौरान इंफोसिस, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक में बिकवाली देखने को मिली. विश्लेषकों ने कहा कि निवेशक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के पहले चरण का आकलन कर रहे हैं. फिलहाल बाजार इस पैकेज से निराश है क्योंकि इसमें सरकार द्वारा राजकोषीय प्रोत्साहन के रूप में तत्काल किया जाने वाला खर्च अपेक्षाकृत कम है.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 31,344.50 के निचले स्तर को छूने के बाद 410.12 अंकों या 1.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 31,598.49 पर कारोबार कर रहा था. इसी तरह एनएसई निफ्टी 115.55 अंक या 1.23 प्रतिशत टूटकर 9,268 पर पहुंच गया. सेंसेक्स में सबसे अधिक चार प्रतिशत की गिरावट एनटीपीसी में हुई. इसके अलावा इंफोसिस, पावरग्रिड, टेक महिंद्रा, एमएंडएम, इंडसइंड बैंक और ओएनजीसी में भी गिरावट हुई. बजाज फाइनेंस, नेस्ले इंडिया, कोटक बैंक, सन फार्मा और अल्ट्राटेक सीमेंट बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे.
रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे टूटकर 75.59 के स्तर पर आ गया. इस दौरान विदेश में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत के चलते रुपये पर दबाव बना. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि डॉलर की मजबूती से स्थानीय मुद्रा पर दबाव देखने को मिला. इसके अलावा बाजार प्रतिभागियों ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज को लेकर राजकोषीय घाटा बढ़ने की चिंता भी जाहिर की, क्योंकि अभी ये साफ नहीं है कि इस पैकेज को कैसे वित्तपोषित किया जाएगा. रुपया सुबह 75.57 पर खुला और गिरावट दर्शाता हुआ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.59 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 13 पैसे कम है. रुपया बुधवार को 75.46 पर बंद हुआ था.
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