Share Market Analysis: सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ग्लोबल बाजार में तेजी का रुख देखने को मिलेगा. सुबह 07:40 बजे, गिफ्ट निफ्टी 19,443 के आसपास व्यापार कर रहा था. जो एनएसई निफ्टी 50 बेंचमार्क इंडेक्स पर लगभग 150 अंक के अंतर का संकेत दे रहा था. इसके साथ ही, एशियाई बाजार में भी तेजी देखने को मिली. लिहाजा, भारतीय बाजार प्री-ओपनिंग में हरे के निशान के साथ खुला. सुबह तेजी के साथ खुला बाजार तीसरे सत्र तक रहे के निशान के साथ बना रहा. मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स में 595 अंक का उछाल आया. निफ्टी भी 19,400 अंक के ऊपर पहुंच गया. वैश्विक बाजारों में अनुकूल रुख के बीच आईटी, निजी क्षेत्र के बैंक और पूंजीगत सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी के साथ बाजार मजबूत हुआ है. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 594.91 अंक यानी 0.92 प्रतिशत उछलकर 64,958.69 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 181.15 अंक यानी 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 19,411.75 अंक पर बंद हुआ. तीन कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,367 अंक और निफ्टी 422 अंक चढ़ा है.
फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति के आक्रामक रुख से आ सकती है नरमी
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फिनसर्व सबसे अधिक लाभ में रहे. दूसरी तरफ भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स और टाइटन में गिरावट रही. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिका में नौकरियों में कम वृद्धि तथा फेडरल रिजर्व (अमेरिकी केंद्रीय बैंक) की मौद्रिक नीति के आक्रामक रुख में नरमी आने की संभावना से बाजार में उम्मीदें बनी हुई हैं. चूंकि ज्यादातर चुनौतियां वैश्विक हैं, ऐसे में निवेशकों की धारणा अब घरेलू कंपनियों की ओर है. घरेलू बाजार में त्योहारों को लेकर मांग अच्छी है. बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में एक प्रतिशत तथा मिडकैप में 0.90 प्रतिशत की तेजी रही. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि सप्ताह की शुरुआत बाजार में मजबूती के साथ हुई और दोनों मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में करीब एक प्रतिशत की तेजी रही. अमेरिकी बाजार में तेजी का असर घरेलू बाजार पर देखने को मिल रहा है. शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 12.43 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
कैसा रहा एशिया का अन्य बाजार
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को सकारात्मक दायरे में रहे. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.35 प्रतिशत चढ़कर 86.04 डॉलर प्रति बैरल पर रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 12.43 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.
रुपया दो पैसे टूटकर 83.22 प्रति डॉलर पर
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को दो पैसे टूटकर 83.22 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ. कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से स्थानीय शेयर बाजार में तेजी का लाभ जाता रहा. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान ने रुपया को निचले स्तर पर समर्थन दिया और गिरावट को सीमित कर दिया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.17 के भाव पर खुला. कारोबार के दौरान यह 83.24 के निचले स्तर तक गया और अंत में 83.22 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. यह पिछले बंद भाव से दो पैसे की गिरावट है. शुक्रवार को रुपया 83.20 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.92 पर रहा. विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अक्टूबर में अमेरिका में रोजगार वृद्धि उम्मीद से कम रहने के बाद डॉलर अपने उच्चस्तर से नीचे आया जिससे रुपये को समर्थन मिला. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.55 प्रतिशत की बढ़त के साथ 86.21 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया.
(भाषा इनपुट के साथ)
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