Market Captalization: भारतीय शेयर बाजार में पिछले सप्ताह जारी तेजी का असर कंपनियों की पूंडी पर देखने के लिए मिला. देश की शीर्ष-10 मूल्यवान कंपनियों में से नौ का संयुक्त बाजार मूल्यांकन पिछले सप्ताह घरेलू बाजार में तेजी के बीच 1,30,391.96 करोड़ रुपये बढ़ गया जिसमें भारती एयरटेल और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) में सर्वाधिक बढ़त रही. बीते सप्ताह बीएसई में तेजी का माहौल रहा और मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,511.15 अंक यानी 2.29 प्रतिशत उछल गया. इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज को छोड़कर देश की अन्य नौ शीर्ष कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में वृद्धि देखी गई. दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल का मूल्यांकन 23,746.04 करोड़ रुपये बढ़कर 5,70,466.88 करोड़ रुपये हो गया. वहीं सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 19,027.07 करोड़ रुपये बढ़कर 12,84,180.67 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का मानना है कि जीडीपी के अनुमान से बेहतर आंकड़े वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वृद्धि का नजरिया देंगे और इससे बाजार को तेजी की रफ्तार कायम रखने का उत्साह मिलेगा. इसके अलावा वाहनों के मासिक बिक्री आंकड़ों से भी उत्साह नजर आया. भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर जुलाई-सितंबर तिमाही में उम्मीद से कहीं अधिक 7.6 प्रतिशत रही. इस तरह भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का अपना दर्जा बरकरार रखा है.
HDFC-ITC की जबरदस्त कमाई
एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन इस अवधि में 17,881.88 करोड़ रुपये बढ़कर 11,80,588.59 करोड़ रुपये हो गया. आईटीसी का मूल्यांकन 15,159.02 करोड़ रुपये बढ़कर 5,61,159.09 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस का पूंजीकरण 14,480.29 करोड़ रुपये बढ़कर 4,48,446.82 करोड़ रुपये हो गया. आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 12,085.42 करोड़ रुपये बढ़कर 6,63,370.71 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) का मूल्यांकन 11,348.53 करोड़ रुपये बढ़कर 6,02,258.98 करोड़ रुपये हो गया. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बाजार मूल्यांकन 10,307.92 करोड़ रुपये बढ़कर 5,10,353.93 करोड़ रुपये और इन्फोसिस का मूल्यांकन 6,355.79 करोड़ रुपये बढ़कर 6,02,747.01 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 574.95 करोड़ रुपये घटकर 16,19,332.44 करोड़ रुपये रह गया. इसके बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है. शीर्ष-10 कंपनियों की रैंकिंग में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर है और उसके बाद टीसीएस का नाम आता है. इनके बाद एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, एचयूएल, भारती एयरटेल, आईटीसी, एसबीआई और बजाज फाइनेंस मौजूद हैं.
क्या है अगले सप्ताह का अनुमान
घरेलू शेयर बाजार में जारी तेजी का रूख इस सप्ताह भी दिखने की पूरी उम्मीद है. साप्ताहिक आधार पर पिछले पांच सप्ताह से तेजी देखने को मिल रही है. इस समय अवधि में सेंसेक्स करीब 3,700 अंक यानी 6 फीसदी के आसपास मजबूत हुआ है. पिछले कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स बीते 11 सप्ताह के हाई पर पहुंच गया. शुक्रवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण के अनुसार भारत के विनिर्माण क्षेत्र ने नवंबर में अपने मजबूत प्रदर्शन को जारी रखा. कीमतों के दबाव में काफी कमी आने और ग्राहकों की ओर से मजबूत मांग बने रहने से ऐसा हुआ. एसएंडपी का विनिर्माण खरीद सूचकांक (PMI) नवंबर में 56 पर पहुंच गया जबकि अक्टूबर में यह आठ महीने के निचले स्तर 55.5 पर था. इस दौरान मिडकैप सूचकांक 0.96 प्रतिशत उछल गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.48 प्रतिशत की तेजी रही.
FPI में निवेश बढ़ा
बाजार के जानकारों के अनुसार, इस सप्ताह भी भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों का उत्साह बना रहेगा. रिजर्व बैंक के द्वारा मौद्रिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया जा रहा है. बाजार को उम्मीद है कि शीर्ष बैंक अपना फरवरी से अपनाया जा रहा उदार रुख बरकरार रखेगा. इससे निवेशकों का उत्साह बढ़ेगा. दो महीनों तक शुद्ध बिकवाल रहने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर में एक बार फिर भारतीय शेयर बाजारों का रुख किया और करीब 9,000 करोड़ रुपये का निवेश किया. इसके साथ ही डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि एफपीआई ने पिछले महीने ऋण बाजार में 14,860 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया जो छह साल का उच्चतम स्तर है. एफपीआई ने मार्च से अगस्त तक लगातार भारतीय इक्विटी में खरीदारी की और इन छह महीनों में 1.74 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था.
(भाषा इनपुट के साथ)
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