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एसआईपी में 555 के फॉर्मूले पर लगाएंगे पैसा, तो रिटायरमेंट से पहले 5 करोड़ FIRE

SIP 555 Formula: एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान निवेशकों को अनुशासित तरीके से निवेश करने का एक तरीका है. इसमें निवेशक एक निश्चित राशि को एक निश्चित अंतराल पर निवेश करते हैं.

SIP 555 Formula: आज की डेट में मोटी कमाई के लिए एसआईपी को सबसे बेहतर माना जाता है. खासकर, युवाओं में यह अधिक पॉपुलर है. जो युवा रिटायरमेंट के बाद के जीवन के लिए पैसा जमा करते हैं और पेंशन के तौर पर एक-डेढ़ लाख रुपये हर महीने पाना चाहते हैं, उनके लिए तो यह और भी बेहतर है. लेकिन, अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा एसआईपी में लगाने जा रहे हैं, तो जैसे-तैसे कहीं भी पैसा मत झोंक दीजिए. एसआई में निवेश के कई फॉर्मूले हैं. उन फॉर्मूलों में सबसे अच्छा 555 फॉर्मूला माना जाता है और इसमें अगर आपने फायर (फायर) का इस्तेमाल कर लिया, तो रिटायर करने से पहले आपके पास 5 करोड़ से अधिक रुपये होंगे. आइए, जानते हैं कि एसआईपी 555 फॉर्मूले से 5 करोड़ रुपये फायर कैसे होगा?

एसआईपी में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश फायदेमंद

बिना पैसे के जिंदगी बसर होना कठिन है. खासकर रिटायर होने के बाद का लाइफ तो और भी अधिक कठिन हो जाता है. ठीक तरीके से रिटायरमेंट के बाद का जीवन बिताने के लिए लोग अपनी गाढ़ी कमाई से बचत करके कहीं न कहीं निवेश करते हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश हमेशा फायदेमंद होता है. अगर आप लॉन्ग टर्म वाली किसी स्कीम में निवेश करेंगे, तो एसआईपी करने का सबसे बेहतर विकल्प म्यूचुल फंड है. वहीं, अगर रिटायमेंट लाइफ के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको एसआईपी का 555 फॉर्मूला जान जानना जरूरी है. इससे जानने के बाद रिटायर होने से पहले आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक पैसा होगा और आप समय से पहले रिटायरमेंट ले सकते हैं. एसआईपी के इस फंडे को विशेषज्ञ फाइनेंशियल इंडिपिंडेंट एंड अर्ली रिटायरमेंट (फायर) कहते हैं. यानी रिटायरमेंट की उम्र से पहले आपके पास 5 करोड़ से अधिक की धनराशि की आजादी होगी.

एसआईपी क्या है?

एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान निवेशकों को अनुशासित तरीके से निवेश करने का एक तरीका है. इसमें निवेशक एक निश्चित राशि को एक निश्चित अंतराल पर निवेश करते हैं. एसआईपी के जरिए निवेशक बाजार की गतिविधियों से जुड़ी चिंता किए बिना समयबद्ध तरीके से निवेश कर सकते हैं. एसआईपी में निवेशक की निवेश की गई राशि को पूरे निवेश अवधि में औसत किया जाता है. इससे बाजार के ऊपर-नीचे होने पर भी निवेशक को फायदा होता है. एसआईपी में निवेशक को चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा मिलता है और बाजार की अस्थिरता का जोखिम कम होता है. एसआईपी में निवेशक अपने वित्त स्थिति के मुताबिक निवेश राशि को बढ़ा या घटा सकते हैं. एसआईपी में निवेशक अपने बैंक खाते से निकासी को ऑटो-डेबिट करा सकते हैं और एसआईपी के जरिए निवेशक म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार या किसी दूसरे तरह के निवेश में पैसा लगा सकते हैं.

म्यूचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड एसआईपी के जरिए निवेश करने का एक शक्तिशाली तरीका है. इसके माध्यम से रिटायमेंट की उम्र के करीब पहुंचने से पहले आपके पास एक बड़ा फंड जेनरेट हो जाता है. म्यूचुअल फंड से निवेशकों को मिलने वाला चक्रवृद्धि ब्याज लॉन्ग टर्म के निवेश पर बंपर रिटर्न देता है. ऐसा इसलिए संभव है, क्योंकि आप एसआईपी के जरिए किसी भी म्यूचुअल फंड में हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं. जैसे-जैसे आपके निवेश की रकम बढ़ती जाती है. तब आपको न केवल बाजार से बेहतर रिटर्न मिलता है, बल्कि बीते सालों में आपकी री-इन्वेस्टेड आमदनी पर भी रिटर्न मिलता है. यही क्यूमलेटिव इफेक्ट कंपाउंडिंग के माध्यम से पैसा जमा करने की असली ताकत है, जो केवल म्यूचुअल फंड्स में मिलता है.

एसआईपी का 555 फॉर्मूला क्या है?

एसआईपी के 555 फॉर्मूले में तीन पांच दिए गए हैं. इन तीनों पांच का अपना अलग-अलग महत्व है और इसी आधार पर म्यूचुअल फंड के जरिए रिटायरमेंट की उम्र तक एक बड़ा फंड बनता है. एसआईपी के 555 फॉर्मूल के पहले 5 का अर्थ रिटायमेंट की तारीख से पांच साल पहले ही सेवानिवृत्ति ले लेना. दूसरे 5 का अर्थ यह है कि अगर आपको रिटायरमेंट की तारीख से पहले सेवानिवृत्त हो जाना है, तो आपको अपनी एसआईपी में हर साल करीब 5 फीसदी की बढ़ोतरी करनी होगी. वहीं, तीसरे 5 का मतलब है कि जिस प्रकार आप प्रत्येक 5 साल पर एसआईपी निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी कर रहे हैं, उसे 55 साल की उम्र तक बरकरार रखना है. अगर आप यह सिलसिला 55 साल की उम्र तक बनाए रखते हैं, तो रिटायरमेंट की तारीख से 5 साल पहले आपके पास कम से कम 5 करोड़ रुपये का बड़ा-सा फंड होगा.

एसआईपी के 555 फॉर्मूले से 5 करोड़ रुपये कैसे जमा होंगे?

एसआईपी के 555 फॉर्मूले को आसान शब्दों में ऐसे समझा जा सकता है कि अगर आप नौकरी-पेशा हैं और 25 साल की उम्र से आपने एसआईपी के जरिए किसी म्यूचुअल फंड में हर महीने 10 हजार रुपये जमा करते हैं, तो सालाना आपको कम से कम 12 फीसदी रिटर्न मिलेगा. इसके बाद आप अपने निवेश में हर साल 5 फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं, तो अगले 30 साल या 55 साल की उम्र तक आपके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि इकट्ठा हो जाएगी. उदाहरण के तौर पर आप देखिए, अगर आप 25 साल की उम्र से 12 फीसदी सालाना रिटर्न देने वाले किसी म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये महीना जमा करते हैं और हर साल आप अपने निवेश की रकम में 5 फीसदी बढ़ोतरी करते हैं, तो पूरे 30 साल में आपके द्वारा निवेश की गई रकम 79,72,662 रुपये होगी. इस पर आपको सालाना 12 फीसदी ब्याज के हिसाब से अनुमानित रिटर्न 4,47,61,398 रुपये होगा. अब निवेश की गई रकम और 30 साल में मिले रिटर्न को जोड़ देंगे, तो 55 साल की उम्र तक आपके पास 5,27,34,060 रुपये का एक बड़ा फंड हो जाएगा.

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कैसे काम करता फायर

फाइनेंशियल इंडिपिंडेंट एंड अर्ली रिटायरमेंट को संक्षेप में फायर कहते हैं. फायर सबसे अधिक बचत और निवेश करने का प्रभावी तरीका है. वित्तीय आजादी एवं समयपूर्व सेवानिवृत्ति को संक्षेप में फायर कहते हैं. आसान शब्दों में जानें, तो वित्तीय भाषा वाले फायर को हिंदी में कंजूसी कहते हैं. वित्तीय आजादी एवं समयपूर्व सेवानिवृत्ति के लिए किसी भी व्यक्ति को 25 से 40 साल की उम्र तक कंजूसी करके खुद और अपने परिवार के खर्चों को कम करके अपनी सालाना आमदनी में से 50 से 70 फीसदी तक बचत करना होगा, जो हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं है.

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