Stock Market: ग्लोबल मार्केट के कमजोर संकेत के बीच सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बाजार एक बार फिर से सपाट खुला. इसका मुख्य कारण विदेशी कोषों की बिकवाली और अमेरिकी बाजारों में कमजोरी माना जा रहा है. इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 204.84 अंक गिरकर 66,061.98 अंक पर आ गया. जबकि, NES NIFTY 60.35 अंक गिरकर 19,599.55 पर था. सेंसेक्स के शेयरों में एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, जेएसडब्ल्यू स्टील, टेक महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे. एमएंडएम, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और विप्रो में बढ़त हुई. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83.90 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 3,979.44 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे गिरकर 82.23 पर आया
विदेशी कोषों की भारी निकासी और शेयर बाजारों में गिरावट के बीच रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 31 पैसे गिरकर 82.23 पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतें 84 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंचने से भी घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा. दूसरी ओर अमेरिका में जीडीपी आंकड़ों के उम्मीद से बेहतर होने के चलते अमेरिकी मुद्रा को मजबूती मिली. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.30 पर खुला और फिर अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 82.23 पर आ गया, जो पिछले बंद के मुकाबले 31 पैसे की गिरावट दर्शाता है. रुपया बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले 81.92 पर बंद हुआ था. इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 101.76 पर था. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत गिरकर 83.90 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 3,979.44 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
बिकवाली दबाव से सेंसेक्स 440 अंक लुढ़का, निफ्टी भी नुकसान में
घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को गिरावट आई और भारी बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स 440 अंक के नुकसान में रहा. वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच निवेशकों की एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार दबाव में आ गया. कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की वृद्धि का फैसला घरेलू बाजार की धारणा को मजबूत बनाने में विफल रहा तथा बैंक और वाहन शेयरों की अगुवाई में बाजार नीचे आ गया. तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 125 अंक से अधिक के लाभ के साथ खुला. लेकिन अंत में यह 440.38 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66,266.82 अंक पर बंद हुआ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 118.40 अंक यानी 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,659.90 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा को सबसे ज्यादा 6.39 प्रतिशत नुकसान हुआ. इसके अलावा टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, आईटीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी नुकसान में रहे. दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, एलएंडटी और इन्फोसिस शामिल हैं। इनमें 2.10 प्रतिशत की तेजी रही. महिंद्रा एंड महिंद्रा के आरबीएल बैंक में करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की रिपोर्ट के बीच एमएंडएम का शेयर नीचे आया.
एनएसई का शुद्ध मुनाफा पहली तिमाही में नौ प्रतिशत बढ़कर 1,844 करोड़ रुपये
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने कहा कि जून तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर नौ प्रतिशत बढ़कर 1,844 करोड़ रुपये हो गया. एनएसई ने एक बयान में कहा कि चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में परिचालन से होने वाली एकीकृत आय 2,987 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही के मुकाबले 13 प्रतिशत अधिक है.
Also Read: PPF में हर महीने कितना कर सकते हैं निवेश, रिटायरमेंट पर कितना मिलेगा पैसा, समझें पूरा कैलकुलेशन
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.