Suraj Estate IPO: सूरज एस्टेट डेवलपर्स लिमिटेड की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) आज खुल गई है. निवेशक इसमें बुधवार शाम पांच बजे तक आवेदन कर सकते हैं. रियल्टी कंपनी सूरज एस्टेट आईपीओ का प्राइस बैंड ₹340 से ₹360 प्रति इक्विटी शेयर तय किया है. कंपनी का लक्ष्य नए शेयर जारी करके अपनी शुरुआती पेशकश से ₹400 करोड़ जुटाने का है. इस बीच, सूरज एस्टेट डेवलपर्स लिमिटेड के IPO को लेकर ग्रे मार्केट में हलचल देखने को मिल रही है. शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक, सूरज एस्टेट डेवलपर्स लिमिटेड के शेयर आज ग्रे मार्केट में ₹70 के प्रीमियम पर उपलब्ध हैं. बोली लगाने के पहले दिन सुबह 10:27 बजे तक सार्वजनिक निर्गम को 0.05 गुना अभिदान मिला है. जबकि इसके खुदरा हिस्से को 0.10 गुना अभिदान मिला. सार्वजनिक पेशकश के एनआईआई हिस्से को 0.01 गुना अभिदान मिला है. आईपीओ को लेकर मिंट को केजरीवाल रिसर्च एंड इन्वेस्टमेंट सर्विसेज के संस्थापक अरुण केजरीवाल ने बताया कि कंपनी की वित्तीय स्थिति अच्छी है. रियल एस्टेट कंपनी के पास ऐसी संपत्ति है जिसका इस्तेमाल किसी भी वित्तीय संकट से निपटने के लिए किया जा सकता है, जो इसकी बैलेंस शीट पर दिखाई नहीं दे रही है. इस आईपीओ के लिए आवेदन करना चाहिए. लेकिन, मेरा सुझाव है कि स्टॉक को मध्यम से लंबी अवधि के लिए रखा जाए क्योंकि सकारात्मक लिस्टिंग के बाद भी इसमें तेजी बनी रहने की उम्मीद है.
सूरज एस्टेट डेवलपर्स आईपीओ से जुड़े महत्वपूर्ण विवरण
1. आईपीओ जीएमपी: कंपनी के शेयर आज ग्रे मार्केट में ₹70 के प्रीमियम पर उपलब्ध हैं, जो कि इसके सप्ताहांत जीएमपी ₹56 से ₹14 अधिक है.
2. आईपीओ मूल्य: रियल एस्टेट कंपनी ने सूरज एस्टेट आईपीओ का मूल्य बैंड ₹340 से ₹360 प्रति इक्विटी शेयर तय किया है.
3. सूरज एस्टेट डेवलपर्स आईपीओ की तारीख: सार्वजनिक निर्गम आज खुल गया है और यह 20 दिसंबर 2023 तक खुला रहेगा.
4. आईपीओ का आकार: कंपनी का लक्ष्य नए शेयर जारी करके इस सार्वजनिक निर्गम से ₹400 करोड़ जुटाने का है.
5. आईपीओ लॉट साइज: एक बोली लगाने वाला लॉट में आवेदन कर सकेगा और आईपीओ के एक लॉट में 41 कंपनी के शेयर शामिल होंगे.
6. आईपीओ आवंटन तिथि: टी+3 लिस्टिंग नियम के मद्देनजर, शेयर आवंटन की सबसे संभावित तारीख 21 दिसंबर 2023 है.
7. आईपीओ रजिस्ट्रार: लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को सार्वजनिक पेशकश के आधिकारिक रजिस्ट्रार के रूप में नियुक्त किया गया है.
8. आईपीओ लिस्टिंग: सार्वजनिक निर्गम बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होने के लिए प्रस्तावित है.
9. आईपीओ लिस्टिंग की तारीख: शेयर लिस्टिंग की संभावित तारीख 26 दिसंबर 2023 है.
आईपीओ क्या होता है
आईपीओ का पूरा नाम Initial Public Offering है. यह एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें किसी प्राइवेट कंपनी ने अपने स्टॉक के खुले बाजार में निवेशकों के लिए प्रस्तावना जारी करने का निर्णय लिया होता है. यह उस कंपनी के लिए पहली बार होता है जब वह खुले बाजार में अपने शेयरों को बेचने के लिए जाती है. जब एक कंपनी आईपीओ जारी करती है, तो वह अपने शेयरों का प्रचार प्रसार करती है और इंवेस्टर्स को अपने शेयरों को खरीदने का मौका देती है. आईपीओ के माध्यम से कंपनी उसके स्टॉक को सार्वजनिक और न्यूजीज माध्यमों के माध्यम से निवेशकों के लिए उपलब्ध कराती है ताकि वे उसे खरीद सकें. आईपीओ के माध्यम से कंपनी अधिकतर अपने स्टॉक के लिए नए निवेशकों को खींचने की कोशिश करती है और इसके माध्यम से कंपनी अधिकतर पूंजी एकत्र करके अपने विकास और वित्तीय योजनाओं को पूरा करती है. यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प होता है क्योंकि यह उन्हें एक सार्वजनिक कंपनी के मालिक बनाने का अवसर प्रदान करता है.
सेकेंड हैंड आईपीओ का बाजार है ग्रे मार्केट
ग्रे मार्केट को आसान शब्दों में IPO का सेकेंड हैंड बाजार कहा जा सकता है. इसका अर्थ है कि आईपीओ जारी होने के बाद आप सीधे शेयर बाजार से खरीदारी करने के बजाये किसी निवेशक जिसने पहले से कंपनी में निवेश कर रखा है उससे आईपीओ की खरीदारी करते हैं. इस ग्रे मार्केट में सबसे बड़ी परेशानी ये आती है कि इसमें काम करने वाले सेलर, ब्रोकर और ट्रेडर कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं होते हैं. इस बाजार में कोई नियम कानून नहीं है. केवल भरोसे और व्यक्तिगत बातचीत पर कारोबार होता है. वहीं, पैसे फंसने पर रिकवरी भी आपको खुद अपने माध्यम से ही करनी पड़ती है.
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