Tata Technology के ब्लॉकबस्टर लिस्टिंग से निवेशकों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है. कंपनी के शेयर 500 रुपये के इश्यू प्राइस से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 140 फीसदी की बढ़त लेकर 1200 रुपये पर लिस्ट हुआ. लिस्ट होते ही, इसकी खरीदारी के लिए होड़ लग गयी. इसके बाद, कुछ ही देर में शेयर की कीमत 1400 रुपये तक पहुंच गयी. हालांकि, शुक्रवार को बाजार बंद होते समय कंपनी का शेयर 7.39 प्रतिशत यानी 97 रुपये टूटकर 1216 रुपये पर बंद हुआ. इसके बाद, भी टाटा ग्रुप का ये शेयर निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हो रहा है. कंपनी के लिस्ट होने से पहले भी, इसके आईपीओ पर काफी अच्छा प्रीमियम दिया जा रहा था. मार्केट को उम्मीद थी कि शेयर 900 रुपये के आसपास लिस्ट होंगे. आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 80 गुना लोगों ने आवेदन किया था. इसका अर्थ है कि 80 लोगों में से एक को शेयर मिलने के चांस थे. कंपनी के आईपीओ ने LIC का रिकार्ड तोड़ दिया. यह किसी भी IPO का ऑल टाइम हाई एप्लीकेशन है. Tata Tech IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की कैटेगरी के लिए रिजर्व हिस्सा 203.41 गुना भरा था. जबकि, गैर-संस्थागत निवेशकों का हिस्सा 62.11 गुना भरा.
क्या कहते हैं ब्रोकर
टाटा टेक्नोलॉजी को लेकर निवेशको के मन में कई तरह के सवाल हैं. शेयर को बेचे या होल्ड करें. आनंद राठी ने टाटा टेक के शेयर को होल्ड करने की सलाह दी है. ब्रोकरेज फर्म के फंडामेंटल रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि हमें लगता है कि टाटा ग्रुप का होने के कारण कंपनी की एन्टिटी और इसका बिजनेस मॉडल काफी मजबूत है. कंपनी के शेयरों के लॉग टर्म में काफी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद की जा रही है. वहीं, चॉइस ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट राजनाथ यादव ने निवेशकों को सलाह दी कि टाटा टेक्नोलॉजी एक लंबे रेस का घोड़ा है. 1300 रुपये के ऊपर के भाव पर इसका P/E 75 गुना हो चुका है. शार्ट टर्म निवेशकों को इसमें प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए. जबकि, लॉंग टर्म निवेशकों को इसमें बने रहना चाहिए. जिन्हें लंबे समय तक शेयर के साथ बैठना है, वो अभी भी चाहें तो पैसा लगा सकते हैं. मेहता एक्विटीज के एक्सपर्ट प्रशांत ताप्से का मानना है कि निवेशकों को आधा शेयर बेचकर पैसा अपने जेब में डाल लेना चाहिए. जबकि, बाकि के शेयरों को लॉग टर्म के लिहाज से होल्ड करना चाहिए. बड़ी संख्या में ऐसे निवेशक है जिन्हें टाटा का ये शेयर नहीं मिला था. ऐसे वो इसे खरीदने की कोशिश में लगे हैं. उन्हें हर गिरावट को एक्यूमुलेट करना चाहिए.
कैसा रह सकता है सोमवार को बाजार
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में आज जारी होने वाले चार राज्यों के चुनाव के नतीजों का असर दिखेगा. इसके साथ ही, कल मिजोरम के चुनाव नतीजे भी जारी होने वाले हैं. इसके साथ ही, वैश्विक आर्थिक परिवेश का असर बाजार में देखने को मिलेगा. संभावना जतायी जा रही है कि बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है.
शुक्रवार को क्या थी बाजार की स्थिति
जीडीपी और अन्य महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े बेहतर रहने के बीच विदेशी निवेशकों का सकारात्मक रुख रहने से शुक्रवार को घरेलू बाजार का प्रमुख सूचकांक निफ्टी अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया जबकि सेंसेक्स 493 अंक उछलकर 11 सप्ताह के शीर्ष स्तर पर बंद हुआ. बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 492.75 अंक यानी 0.74 प्रतिशत उछलकर 67,481.19 अंक पर बंद हुआ. यह 18 सितंबर के बाद का इसका उच्चतम स्तर है. कारोबार के दौरान एक समय यह 575.89 अंक तक बढ़कर 67,564.33 पर पहुंच गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी इस तेजी के बीच 134.75 अंक यानी 0.67 प्रतिशत चढ़कर 20,267.90 के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान निफ्टी ने 20,291.55 के रिकॉर्ड स्तर को भी छुआ. सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से आईटीसी, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स और टाटा स्टील में खासी तेजी रही. दूसरी तरफ महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो, मारुति, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट का रुख रहा. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,511.15 अंक यानी 2.29 प्रतिशत चढ़ गया जबकि निफ्टी में 473.2 अंक यानी 2.39 प्रतिशत की बढ़त रही.
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