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Recession 2024: सिर तक कर्ज में डूब गया दुनिया का सूपर पावर अमेरिका, जानकर चक्कर खा जाएंगे आप

Recession 2024: अमेरिकी वित्त विभाग के रिपोर्ट के अनुसार, सूपर पावर अमेरिका पर कर्ज पिछले तीन सालों में करीब 10 ट्रिलियन डॉलर बढ़ गया है. इस वक्त उसे केवल ब्याज के रुप में 1.8 अरब डॉलर का भुगतान करना पड़ रहा है.

Recession 2024: पाकिस्तान के अंगाल होने की कहानी सभी को पता है. अपनी गलतियों के कारण वो कर्ज की बोझ के नीचे दबता जा रहा है. मगर, क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान ही नहीं, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका भी सिर तक कर्ज में डूब गया है. आपको जानकार हैरानी होगी कि आज अमेरिका पर इतना कर्ज है कि उतने पैसे में पाकिस्तान कंगाली से बाहर निकलकर, पूरे देश की सूरत बदल देगा. कल तक दूसरे देशों को कर्ज देने वाला अमेरिका, आज खुद 34,000 अरब डॉलर के कर्ज में डूबा हुआ है. अमेरिकी वित्त विभाग के रिपोर्ट के अनुसार, सूपर पावर अमेरिका पर कर्ज पिछले तीन सालों में करीब 10 ट्रिलियन डॉलर बढ़ गया है. इस वक्त उसे केवल ब्याज के रुप में 1.8 अरब डॉलर का भुगतान करना पड़ रहा है. जबकि, 2020 तक वो 90 करोड़ डॉलर ब्याज के रुप में देता था. अमेरिका का कुल कर्ज देश की जीडीपी का 123 फीसदी हो गया है. यदि कर्ज इसी हिसाब से बढ़ता रहा को कुछ ही सालों में उसका कुल कर्ज अर्थव्यवस्था तो दो गुना हो जाएगा. ऐसे में विशेषज्ञों का अनुमान है कि एक बार फिर से ग्लोबल आर्थिक मंदी की शुरूआत अमेरिका से हो सकती है.

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बंद हो सकता है सरकार का काम

अमेरिकी वित्त विभाग के रिपोर्ट में कहा गया है कि बिना वार्षिक बजट के सरकार के कामकाज के कुछ हिस्सा ठप हो सकता है. दरअसल, रिपब्लिकन सांसदों और व्हाइट हाउस ने जून 2023 में एक समझौता किया था. इसके अनुसार, ऋण सीमा को अस्थायी रूप से हटाने पर दोनों ने सहमति जतायी थी. इससे ऐतिहासिक चूक या ‘डिफॉल्ट’ का जोखिम टल गया था. ये समझौता साल 2025 तक चलने वाला है. अमेरिका ने अनुमान लगाया था कि साल 2028-29 तक सकल संघीय ऋण 34,000 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. हालांकि, बीच में कोविड महामारी के कारण कर्ज का स्तर कई साल पहले इस स्तर पर पहुंच गया.

फिलहाल नहीं दिखेगा कोई असर

अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर फिलहाल कर्ज का कोई असर होता नहीं दिख रहा है. निवेशक संघीय सरकार को कर्ज देने के लिए तैयार हैं. इससे सरकार को बिना किसी तरह का टैक्स बढ़ाए सरकार अपना काम जारी रख सकती है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले सालों में कर्ज के कारण सरकार को परेशानी हो सकती है और राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे कई बड़े कार्यक्रमों पर ब्रेक लग सकता है. हालांकि, अगर डॉलर या फिस्कल टर्म्स में देखा जाए तो अमेरिका के ऊपर वर्तमान में सबसे ज्यादा कर्ज है. मगर, जीडीपी के अनुपात में देखा जाए तो विकसित देशों की श्रृंखला में शामिल जापान पर सबसे ज्यादा कर्ज है. वर्तमान में जापान पर उसकी जीडीपी के मुकाबले 260 प्रतिशत कर्ज है.

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