Vodafone Idea: सरकार कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vodafone Idea) के शेयर का भाव 10 रुपये पर स्थिर हो जाने के बाद इस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदेगी. एक आधिकारिक सूत्र ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में इसकी जानकारी दी. सूत्र ने कहा, ‘बाजार नियामक सेबी के मानकों के मुताबिक हिस्सेदारी का अधिग्रहण समान मूल्य पर ही होना चाहिए. वीआईएल के शेयर का भाव 10 रुपये के करीब स्थिर होने के बाद दूरसंचार विभाग हिस्सेदारी अधिग्रहण को मंजूरी देगा.’
Vodafone Idea ने दिया यह ऑफर: वीआईएल के शेयर गत 19 अगस्त से ही 10 रुपये के स्तर से नीचे कारोबार कर रहे हैं. बृहस्पतिवार को बीएसई में इसका शेयर 1.02 फीसदी की गिरावट के साथ 9.68 रुपये के भाव पर बंद हुआ. वीआईएल पर सरकार को ब्याज के तौर पर करीब 16,000 करोड़ रुपये की देनदारी है. इसके निदेशक मंडल ने इस देनदारी के एवज में सरकार को 10 रुपये प्रति शेयर के समान भाव पर हिस्सेदारी देने की पेशकश की है.
33 फीसदी हो जाएगा सरकार का स्वामित्व: वित्त मंत्रालय ने गत जुलाई में इस दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी में हिस्सेदारी के अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. इस हिस्सेदारी के अधिग्रहण के बाद वीआईएल में सरकार का स्वामित्व करीब 33 प्रतिशत हो जाएगा जबकि कंपनी के प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 74.99 प्रतिशत से घटकर 50 प्रतिशत से नीचे आ जाएगी.
1,99,080 करोड़ रुपये का बकाया है कर्ज: सरकार ने दूरसंचार सेवाप्रदाताओं को यह विकल्प दिया था कि समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की बकाया राशि और लंबित स्पेक्ट्रम किस्तों पर देय ब्याज को हिस्सेदारी के रूप में बदला जा सकता है. वीआईएल पर 30 सितंबर, 2021 तक 1,94,780 करोड़ रुपये का कुल कर्ज था. अप्रैल-जून तिमाही, 2022 के अंत में यह कर्ज बढ़कर 1,99,080 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
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