OLA IPO: घाटे में चल रही भाविश अग्रवाल की दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) आज शुक्रवार 2 अगस्त 2024 को बाजार में आ जाएगा. साल 2021 में शुरू की गई ओला इलेक्ट्रिक ने घर-घर में अपनी पहचान बना ली है, लेकिन अभी तक वह मुनाफे में नहीं आई है. घाटा को घटाने और कंपनी के कामकाज को आगे बढ़ाने के लिए ओला इलेक्ट्रिक के प्रमुख भाविश अग्रवाल बाजार से पैसा जुटाने के लिए आईपीओ लाए हैं. उनका यह इश्यू 6,146 करोड़ रुपये का है. शेयर के अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का मूल्यांकन 33,522 करोड़ रुपये का होगा. अब सवाल यह पैदा होता है कि क्या भाविश अग्रवाल के इस आईपीओ को निवेशकों का साथ मिलेगा? इसका पता इसका सब्सक्रिप्शन खुलने के बाद पता चलेगा.
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10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ इश्यू में 5500 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि 8.49 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल के जरिए की जाएगी. मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, भाविश अग्रवाल ने ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 72-76 रुपये निर्धारित किया है. निवेशक 195 शेयरों के लॉट में बोली लगा सकेंगे. कंपनी के कर्मचारियों को प्रत्येक शेयर पर 7 रुपये की छूट मिलेगी. इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों, 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशक और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है.
ओला के आईपीओ में 3.79 करोड़ शेयरों की होगी बिक्री
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि ओला इलेक्ट्रिक के प्रमोटर भाविश अग्रवाल ओएफएस (OFS) के जरिए अपने 3.79 करोड़ और इंडस ट्रस्ट 41.79 लाख इक्विटी शेयर बेचेंगे. इसके अलावा, कंपनी में 21.98 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़े शेयरहोल्डर एसवीएफ ऑस्ट्रिच (डीई) एलएलसी भी 2.38 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगा. मैकरिची इन्वेस्टमेंट्स पीटीई, मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया इन्वेस्टमेंट्स एलएलसी, टेकने प्राइवेट वेंचर्स और आशना एडवाइजर्स इसके शेयरधारक हैं.
आईपीओ के पैसे से कर्ज चुकाएंगे भाविश अग्रवाल
ओला इलेक्ट्रिक ने आईपीओ से होने वाली आमदनी में से 1227.64 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सब्सिडियरी कंपनी ओसीटी के सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट (ओला गिगा फैक्ट्री) के लिए करने की योजना बनाई है. इसके अलावा, नए इश्यू के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल सब्सिडियरी कंपनी ओईटी की ओर से लिए गए 800 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान के लिए किया जाएगा और 1600 करोड़ रुपये रिसर्च और प्रोडक्ट डेवलपमेंट पर खर्च किए जाएंगे.
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घाटे में चल रही कंपनी
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक लगातार घाटा झेल रही है. वित्त वर्ष 2023- 24 के दौरान ओला का घाटा और अधिक बढ़ गया. इस दौरान इसका शुद्ध घाटा 1,472.08 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,584.40 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इस दौरान रेवेन्यू 2,782.70 करोड़ रुपये से उछलकर 5,243.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. ओला इलेक्ट्रिक का कारोबार सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार में है. ओला ने भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में अब तक करीब सात उत्पादों को पेश कर दिया है. चार नए आने वाले हैं. कंपनी की ओर से मार्च 2024 तक के लिए जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, ओमनीचैनल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के जरिए ओला इलेक्ट्रिक के पास 870 सेंटर्स और 431 सर्विस सेंटर्स हैं.
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