Wipro Share PerformanceWipro Share Price: भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन तूफानी तेजी देखने को मिली है. सेंसेक्स सुबह 11.45 बजे 0.84 प्रतिशत यानी 610.75 अंक की तेजी के साथ 73,179.20 पर कारोबार कर रहा था. वहीं, निफ्टी भी 0.72 प्रतिशत यानी 158.50 अंक की तेजी के साथ 22,053.05 पर कारोबार कर रहा था. बाजार के तेजी के बीच विप्रो के शेयर में भी तेजी देखने को मिली है. शेयर के भाव आज बाजार खुलने के कुछ देर के बाद, 13 प्रतिशत तक उछलकर एक साल के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए. सुबह 9.35 बजे, 529 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था. हालांकि, दोपहर 12 बजे स्टॉक में थोड़ी गिरावट देखने को मिली. ये 6.84 प्रतिशत यानी 31.85 रुपये की तेजी के साथ 497.30 रुपये पर कारोबार कर रहा था. कंपनी के द्वारा सितंबर से दिसंबर 2023 तिमाही के नतीजे जारी कर दिये गए हैं. कंपनी का शुध लाभ इस अवधि में 11.74 प्रतिशत घटकर 2,694.2 करोड़ रुपये हो गया है. इसके साथ ही, कंपनी के रेवेन्यू में भी 4.4 प्रतिशत घटकर 22,205.1 करोड़ रुपये हो गया है.
विप्रो के घाटे के बाद भी क्यों बढ़ा शेयर का भाव
वित्त वर्ष 2023-24 के तीसरे तिमाही के खराब नतीजों के बाद भी विप्रो के शेयर में तेजी देखने को मिल रही है. यह बढ़त, विप्रो की अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट (ADR) में 17 फीसदी की जोरदार बढ़ोतरी का नतीजा है. विश्लेषक विप्रो को उन आईटी बड़ी कंपनियों में अग्रणी बता रहे हैं, जिन्होंने अपने दिसंबर तिमाही के नतीजों का खुलासा किया है, जो विवेकाधीन खर्च में सकारात्मक संकेत की ओर इशारा करता है. Q3 में कंपनी का प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत देता है. विप्रो के परामर्श व्यवसाय CAPCO ने दोहरे अंक की बुकिंग वृद्धि दर्ज करके पॉजेटिव सेंटिमेंट में योगदान दिया है. जो खर्च में संभावित उछाल का एक संकेत है.
एक्सपर्ट्स की क्या है राय
विप्रो का मुनाफा लगातार चौथी तिमाही गिरा है. ऐसे में ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के एनालिस्ट वित्त वर्ष 2023-24 के तीसरे तिमाही के नतीजों को कंपनी के लिए पॉजिटिव मानते हैं. फर्म का कहना है कि कंसल्टिंग वर्टिकल में अधिक डील हासिल होने पर, अह उस सेगमेंट में खींचतान अब कम हो रही है. इसके कंपनी की वृद्धि दर में सुधार होने की संभावना है. दिसंबर 2023 को समाप्त तिमाही में विप्रो ने 0.9 अरब डॉलर के बड़े सौदे हासिल किए. इस दौरान कुल हासिल डील्स 3.8 अरब डॉलर की रहीं. वहीं, IDBI कैपिटल का मानना है कि विप्रो के परामर्श क्षेत्र में वृद्धि की वापसी के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं. इसके लिए न्यूट्रल रिटिंग दी गयी है. जबकि, इसका टार्गेट प्राइस 520 रुपये से किया है.
तीसरी तिमाही में विप्रो ने कितना किया मुनाफा
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी विप्रो का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2023) में एकीकृत शुद्ध लाभ 11.74 प्रतिशत घटकर 2,694.2 करोड़ रुपये रहा. कंपनी का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,052.9 करोड़ रुपये रहा था. विप्रो की एकीकृत आय भी समीक्षाधीन तिमाही में 4.4 प्रतिशत घटकर 22,205.1 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 23,229 करोड़ रुपये थी. कंपनी के आईटी सेवा खंड की आमदनी दिसंबर, 2023 तिमाही में 4.5 प्रतिशत घटकर 22,150.8 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 23,196 करोड़ रुपये रही थी. विप्रो ने कहा कि उसे उम्मीद है कि चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2024) में आईटी सेवा कारोबार खंड से आमदनी 261.5 करोड़ डॉलर (लगभग 21,845 करोड़ रुपये) से 266.9 करोड़ डॉलर (लगभग 22,296 करोड़ रुपये) के बीच रहेगी.
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