पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी भोजन के शौकिन हैं, यह बात जगजाहिर है. हालांकि, वह मधुमेह रोगी हैं. उनके भोजन प्रेम ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों को परेशान कर कर दिया था. जब तक वह ईडी की हिरासत रहे, खाने की उनकी फरमाइशों से अधिकारी परेशान रहे. वह कभी चावल को कभी अन्य डिश खाने को मांगते. फिलहाल वह जेल हिरासत में हैं.
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दोपहर बाद मांगने लगे ‘तेलेभाजा’, नहीं माने तो आलूचॉप व कटलेट दिया गया
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पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी हैं शुगर के मरीज, फिर भी दिन में दो बार खा रहे हैं चावल
जेल सूत्रों के मुताबिक, जेल में भी उनकी वही आदत बनी हुई है. डॉक्टरों की मनाही के बावजूद पार्थ दोनों वक्त चावल खा रहे हैं. सोमवार दोपहर को वह तेलेभाजा (पकौड़े) मांगने लगे. पूर्व मंत्री के करीबी लोगों के मुताबिक, उन्हें शहर और शहर से दूर कई होटलों और रेस्टोरेंट में खाना पसंद था. उनके लांग ड्राइव में अर्पिता मुखर्जी भी साथ रहती थी. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह खाने को लेकर कितने सीरियस होंगे.
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जेल सूत्रों के मुताबिक, पार्थ चटर्जी ने सोमवार दोपहर को सिर्फ चावल, दाल और सब्जियां ही खायीं. फिर दोपहर में सो गये. उठने के बाद तेलेभाजा ( पकौड़ी) खाने को बोले. उनकी मांग को देखते जेल की कैंटीन से आलूचॉप देकर उन्हें संतुष्ट किया गया. हालांकि, पहले उन्हें डॉक्टरों का हवाला देते हुए आलूचॉप खाने से मना किया गया. लेकिन, पूर्व मंत्री ने जोर देकर कहा कि वह खायेंगे ही. तब उनके लिए जेल की कैंटीन से आलूचॉप और कटलेट मंगाये गये.
बता दें कि पार्थ को प्रेसीडेंसी जेल में रखा गया है. जेल विभाग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उनके लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की जायेगी. उन्हें एक आम कैदी की तरह रखा गया है. लेकिन शारीरिक रूप से पार्थ बहुत स्वस्थ नहीं हैं. इसलिए डॉक्टरों के कहने पर उनके लिए बेड की व्यवस्था की गयी है. सूत्रों के मुताबिक, वह सुबह चाय और ब्रेड टोस्ट खा रहे हैं. उनके लिए अब भी चावल बन रहा है. उनकी मांग के मुताबिक, उन्हें दिन में दो बार चावल दिया जा रहा है. खाने के बाद उन्हें अपना बर्तन खुद धोना पड़ रहा है.