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सौरभ गांगुली के समर्थन में ममता बनर्जी ने खोला मोर्चा, केंद्र सरकार पर बरसीं तृणमूल सुप्रीमो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के प्रमुख पद के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरभ गांगुली का नामांकन नहीं भेजकर उन्हें इस प्रक्रिया से वंचित करने का आरोप लगाया. उन्होंने इसे शर्मनाक राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बताया.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार फिर क्रिकेटर सौरभ गांगुली के समर्थन में मोर्चा खोल दिया है. गुरुवार को उत्तर बंगाल के चार दिवसीय दौरे से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर सीएम ने कहा कि न जाने किस अज्ञात कारण से केंद्र सरकार ने सौरभ गांगुली को आइसीसी का चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी.

सौरभ गांगुली को वंचित किया गया

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के प्रमुख पद के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरभ गांगुली का नामांकन नहीं भेजकर उन्हें इस प्रक्रिया से वंचित करने का आरोप लगाया. उन्होंने इसे शर्मनाक राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बताया. ममता ने कहा कि यदि प्रसिद्ध क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर एवं अजहरुद्दीन को भी इस तरह वंचित रखा जाता, तब भी वह यही बात कहतीं.

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शर्मनाक राजनीतिक प्रतिशोध का मामला

उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ को किसी और के हित को सुरक्षित रखने के लिए चुनाव लड़ने तक का मौका नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि उन्हें (सौरभ को) आइसीसी में क्यों नहीं भेजा गया? यह किसी का हित (क्रिकेट बोर्ड में) साधने के लिए किया गया. मैंने अनेक भाजपा नेताओं से बात की, लेकिन उनका नाम नहीं भेजा गया. उन्हें वंचित किया गया है. यह शर्मनाक राजनीतिक प्रतिशोध का मामला है.

अपका समय है, तो ऐसा कर दिया

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के जान बाजार इलाके में काली पूजा मंडप के उद्घाटन समारोह में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आपका समय है, तो ऐसा कर दिया. लेकिन 2024 के बाद क्या होगा, जब आपकी सरकार नहीं रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल में कभी भी राजनीति को शामिल नहीं करना चाहिए. आइसीसी अध्यक्ष पद के लिए गुरुवार को नामांकन भेजने की अंतिम तारीख थी, लेकिन सौरभ गांगुली का नाम नहीं भेजा गया. मैंने इस बाबत अनुरोध भी किया था. हम इस मामले को हल्के में नहीं ले रहे. सौरभ गांगुली इसके हकदार थे. वह अगर आइसीसी में जाते, तो देश का गौरव और बढ़ाते.

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बीसीसीआइ अध्यक्ष पद से सौरभ को हटाने का भी किया था विरोध

मुख्यमंत्री ने उत्तर बंगाल रवाना होने से पहले भी सौरभ गांगुली को बीसीसीआइ के अध्यक्ष पद से हटाये जाने का विरोध किया था. तृणमूल सुप्रीमो ने इस सप्ताह की शुरुआत में सौरभ गांगुली को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष के रूप में दूसरा कार्यकाल नहीं मिलने पर हैरानी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया था, ताकि सौरभ को आइसीसी प्रमुख के पद के लिए चुनाव लड़ने की अनुमति मिल जाये. लेकिन सौरभ को यह मौका नहीं दिया गया.

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